कृषि मंत्री ने सुनाया ये बड़ा फैसला, न मानने पर होगा…

खबर के मुताबिक किसान नेता शमशेर सिंह दहिया, रतन मान, गुरनाम सिंह चढ़ूनी आदि का कहना है कि यह कोई लंबा-चौड़ा विषय नहीं है। सरकार को बस कानून वापस करना है और एमएसपी पर गारंटी देनी है।

 

ये दोनों ही मांग मुख्य हैं। इनको लेकर शुक्रवार को वे वार्ता के लिए जाएंगे। इसके बाद ही आगे का आंदोलन तय होगा। हालांकि 26 जनवरी तक का आंदोलन पहले से ही तय है। उन्होंने कहा कि किसान बार्डर तब तक नहीं छोडे़ंगे, जब तक की तीनों कानून वापस नहीं होते हैं।

इस बीच भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित समिति के सदस्य पद से भूपेंद्र सिंह मान का इस्तीफा किसान आंदोलन की वैचारिक जीत का उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह मान का बयान आया है कि वह पंजाब के किसानों व जन भावनाओं के साथ हैं। ऐसे में हम उनका धन्यवाद देते हुए चाहते हैं कि आज उनके अंदर का किसान जाग गया है और वह इस दर्द को समझ चुके हैं। ऐसे में भूपेंद्र सिंह मान को हम किसान आंदोलन के लिए आमंत्रित करते हैं।

जानकारी के अनुसार किसानों का कहना है कि वे जो कहना चाहते थे, कह चुके हैं। उनकी मांग आज भी कानून रद कराने की ही है। सरकार कानून रद कर दे तो किसान अपने घरों को लौट जाएंगे।

किसान आंदोलन की आगामी रूपरेखा इस बैठक पर टिकी है। यदि बैठक में कोई समाधान नहीं निकला तो 17 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा के नेता फिर से बैठक करेंगे और आंदोलन की रणनीति तय करेंगे। इस बैठक में 26 जनवरी की ट्रैक्टर मार्च को लेकर रूट प्लान और रणनीति भी बनाई जाएगी।

जानकारी के अनुसार ऑल इंडिया किसान सभा के जनरल सेक्रेटरी हन्नान मोल्लाह ने कहा कि हमें आज की वार्ता से बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है। सरकार के साथ पिछले दौर की वार्ता विफल रही और उन्हें कोर्ट से मदद लेने का अवसर मिल गया। मुझे नहीं लगता कि सरकार वार्ता में ज्यादा आगे बढ़ेगी। तीनों कानूनों पर किसी तरह के इंप्रूवमेंट का कोई चांस नहीं है।

किसानों के साथ बैठक से पहले कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, किसान आंदोलन के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने जो आदेश पारित किया है सरकार उसका स्वागत करती है। सरकार अपनी राय कमेटी के सामने रखेगी। हम बातचीत के जरिए इस मुद्दे को हल करने की कोशिश कर रहे हैं।

तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान आंदोलन का शुक्रवार (15 जनवरी) को 51वां दिन है। दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच नौवें दौर की बैठक शुरू हो गई है। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सोमप्रकाश मौजूद हैं।