कृषि कानून रद्द न होने पर किसान करेंगे ये काम, आज रात से…

किसान आंदोलन का आज 27वां दिन है. पिछले 4 हफ्तों से दिल्ली की हाड़ कपा देने वाली ठंड में राजधानी के अलग-अलग बॉर्डरों पर किसानों का प्रदर्शन जारी है.

 

दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों को देश के तमाम राज्यों के किसानों का समर्थन मिल चुका है. वहीं किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए महाराष्ट्र स्थित नासिक के किसान संगठन ने दिल्ली की ओर कूच कर दिया है. केन्द्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान कानून वापसी की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं.

पंजाब आढ़तियां एसोसिएशन के प्रधान रविंद्र सिंह चीमा ने कहा कि जितना केंद्र सरकार हमे दबाने की कोशिश करेगी, उतना ही हम किसानों के संघर्ष में बढ़-चढ़कर शामिल होंगे।

उन्होंने कहा कि आयकर विभाग ने आढ़तियां एसोसिएशन के 6 पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है और उनके घरों पर छापे मारे हैं। इससे यह साबित हो गया है केंद्र जानबूझकर आढ़तियों को टारगेट कर रही है और उनको किसानों के समर्थन से हटाना चाहती है। केंद्र को बताना चाहते हैं कि हम कभी भी पीछे नहीं हटेंगे।

कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) का आज 27वां दिन है. कल से किसान बारी-बारी भूख हड़ताल का ऐलान कर चुके हैं जो आज भी जारी रहेगी. आज किसानों की सिंघु बॉर्डर पर मीटिंग भी होनी है.