कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने किया ये, दिखने लगा असर

किसानों ने सोमवार को सिंधु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान किसान नेता निर्भय सिंह धुडिके ने कहा, ‘हमारा विरोध केवल पंजाब तक सीमित नहीं है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जैसे दुनिया भर के नेता भी हमें समर्थन दे रहे हैं.

 

हमारा विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण है। ‘वहीं किसान नेता डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि मंगलवार को पूरे दिन बंद रहेगा. दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम होगा। यह एक शांतिपूर्ण बंद होगा। हम अपने मंच पर किसी भी राजनीतिक नेता को अनुमति नहीं देंगे।

बंद सुबह से पूरे दिन तक चलेगा। इस दौरान सभी बाजार, दुकान, सेवाएं और संस्थान बंद रहेंगे। चक्का जाम दोपहर 3 बजे तक चलेगा। इस दिन किसान दूध, सब्जी फल आदि कोई उत्पाद बाजार लेकर नहीं जाएंगे।

अस्पताल, एंबुलेंस और अन्य अनिवार्य सेवाओं को बंद से मुक्त रखा जाएगा। शादियों के सीजन को देखते हुए शादी से जुड़े सभी कामों को भी छूट दी जाएगी।

भारत बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा। इसमें किसी भी तरह की तोड़फोड़, हिंसा या जबरदस्ती का कोई स्थान नहीं है। जो भी राजनीतिक दल भारत बंद का समर्थन करना चाहें, उन से निवेदन है कि वो अपना झंडा, बैनर छोड़कर किसानों का साथ दें।

प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन को रोका। भारत बंद के दौरान प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया और नारेबाजी की।

लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है। लखनऊ शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी पांच या इससे अधिक व्यक्तियों द्वारा जुलूस, धरना-प्रदर्शन, रैली और घेराव पर प्रतिबंध रहेगा।

कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संघों ने आज देशव्यापी बंद बुलाया है। बंद सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक रहेगा। बंद के आह्वान को कुछ मजदूर संघों ने भी समर्थन देने का एलान किया है। हालांकि किसान नेताओं ने कहा है कि किसी को भी बंद में शामिल होने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।

किसानों के भारत बंद को देखते हुए अलग-अलग राज्यों में सुरक्षा बढ़ाई गई है।  बिहार में कड़ी सुरक्षा है और कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों पर एक्शन का निर्देश दिया गया है। दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर बंद को देखते हुए पुलिस तैनात है।

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर दिखने लगा है। सुबह से ही देश के अलग-अलग इलाकों में कई संगठन सड़कों पर उतर गए और प्रदर्शन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा समेत अन्य राज्यों में ट्रेनें रोकी गई हैं। हालांकि, किसान संगठनों ने सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम की बात कही है। किसानों इस बंद को कोई राजनीतिक दलों का भी समर्थन प्राप्त है।