कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को करना होगा ये काम, सरकार ने जारी की गाइडलाइन

कुंभ के दौरान छह फीट की सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने, सैनिटाइजेशन सहित सभी प्रकार के कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य होगा. कुंभ मेले के दौरान कोई प्रदर्शनी, मेला या प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं होगा. कुंभ मेले में किसी भी स्थान पर थूकना प्रतिबंधित होगा.

 

कुंभ मेले में मेला प्रशासन को पर्याप्त एंबुलेंस की व्यवस्था करनी होगी और 1000 बेड वाला अस्थाई अस्पताल बनाना होगा, जिसे विस्तारित कर 2000 बिस्तर तक पहुंचाने की गुंजाइश भी होनी चाहिए.

केंद्र सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन के मुताबिक, महाकुंभ में आने वाले सभी भक्तों और श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. कुंभ में स्नान के लिए आ रहे सभी श्रद्धालुओं को कोरोना टेस्ट कराना होगा. नेगेटिव मेडिकल सर्टिफिकेट लाना भी जरूरी होगा.

गाइडलाइन में गर्भवती महिलाओं, 65 साल से अधिक उम्र के लोगों, 10 साल से कम उम्र के बच्चे और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को महाकुंभ में नहीं आने के लिए प्रेरित करने की बात कही गई है.

केंद्र सरकार ने हरिद्वार में होने वाले कुंभ मेले (Haridwar Kumbh Mela 2021) के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है. केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को अनिवार्य रूप से अपने साथ 72 घंटे पहले की कोविड-मुक्त होने की जांच रिपोर्ट लानी होगी.

केंद्र की तरफ से राज्य सरकार को निर्देश दिए गए हैं कि वो मेले (Kumbh Mela) में ऐसे हेल्थ केयर वर्कर को ही ड्यूटी पर तैनात करें, जिन्हें वैक्सीन दे दी गई हो. साथ ही कुंभ मेले में ड्यूटी करने वाले स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन (Covid Vaccine) लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं.

उत्तराखंड के हरिद्वार में महाकुंभ मेले (Haridwar Kumbh Mela 2021) के आयोजन की संभावित तारीख 27 फरवरी से 30 अप्रैल तक है. इस दौरान बड़े स्नान पर्वों जैसे 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा, 11 मार्च को महाशिवरात्रि, 21 अप्रैल रामनवमी पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है.