कुंभ: अब मिनी स्कर्ट में नहीं दिखेंगी राधे मां

एडवांस फैशन व हाईटेक भक्ति से देश विदेश के अपने लाखों भक्तों के बीच पापुलर व विवादों में रही आध्यात्मिक धर्म गुरु राधे मां की जूना अखाड़े में वापसी हुई है। राधे मां के साथ विवादित धर्मगुरु पायलट बाबा भी वापस जूना अखाड़े में जुड़ गए हैं। दोनों ने लिखित माफीनामा दिया था, जिसे जूना अखाड़े ने स्वीकार कर लिया है। इलाहाबाद के कुंभ मेले में यह दोनों चर्चित आध्यात्मिक गुरू अपना डेरा डालेंगे। इलाहाबाद के कुंभ में यह दोनों ही धार्मिक गुरु पूरी तरह बदले हुए नजर आएंगे। राधे मां जहां अब मिनी स्कर्ट की जगह संतो की गरिमामय वेशभूषा में नजर आएंगी। वहीं, पायलट बाबा भी अखाड़े के नियम कानून में खुद को संयमित रखेंगे।

लगेगा कुंभ में शिविर

गौरतलब है कि राधे मां व पायलट बाबा को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं की सूची में शामिल कर दिया था। साथ ही जूना अखाड़े ने इन दोनों को निलंबित कर इनके शाही स्नान व अखाड़े से जुड़ी अन्य धार्मिक क्रियाओं पर रोक लगा दी थी। जबकि इन दोनों की महामंडलेश्वर की पदवी भी छीन ली गई थी। अब इन दोनों आध्यात्मिक गुरुओं के माफीनामा को स्वीकार करने के बाद इन दोनों को महामंडलेश्वर की पदवी वापस दे दी गई है और कुंभ मेले में महामंडलेश्वर पदवी के अनुसार भूमि आवंटन व अन्य सरकारी सुविधाएं इन्हे मिल सकेंगी। यह दोनों संत कुंभ में अखाड़े की परंपरा के अनुसार शाही स्नान कर सकेंगे। वहीं, इस खबर से देश विदेश में रहने वाले राधे मां के भक्तों में खासा उत्साह है और अब यह तय हो गया है कि राधे मां के कुंभ में लगने वाले पंडाल में एक बार फिर से भारी भीड़ नजर आएगी।

दी गई सख्त चेतावनी

इलाहाबाद के कुंभ मेले में राधे मां की वापसी उनके माफीनामा व जूना अखाड़े की कड़ी कड़ी चेतावनी के सापेक्ष हुई है। जिसमें राधे मां को साफ तौर पर चेतावनी दी गई है कि वह अब कभी अश्लील कपड़े पहने हुए नजर नहीं आएंगी और संतों की गरिमा के अनुरूप ही वह अपने वस्त्र धारण करेंगी। जूना अखाड़े ने यह साफ किया है कि अगर दोबारा से राधे मां ने अगर अपने पहनावे, व्यवहार, वार्तालाप को शालीन रखने के वचन को नहीं निभाया और अखाड़े की परंपरा के विपरीत कोई भी कार्य किया तो उन्हें तत्काल प्रभाव से अखाड़े से बाहर कर दिया जाएगा और फिर कभी दोबारा माफी नहीं दी जाएगी।

इसलिए हुआ था निलंबन

गौरतलब है कि राधे मां द्वारा छोटे कपड़े पहनकर भक्तों के बीच नाचना व माता की चौकी में पुरुष भक्तों की गोद में बैठने जैसी अजीबोगरीब घटना होती थी। इसे लेकर राधे मां की जमकर किरकिरी हुई थी और दहेज उत्पीड़न जैसे मामले राधे मां पर आने के बाद उन्हें जूना अखाड़े द्वारा निलंबित कर दिया गया था। इलाहाबाद में 2013 में लगे कुंभ के दौरान भी राधे मां के प्रयाग आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। हालांकि अब सारे प्रतिबंध हटा लिए गए हैं और राधे मां की जूना अखाड़े के साथ कुंभ में वापसी हो रही है। जबकि इसी कड़ी में पायलट बाबा द्वारा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के सापेक्ष महामंडलेश्वर परिषद बनाने व अखाड़ा परिषद के नियमों को तोड़ने के मामले में उन्हें माफी दे दी गई है और उनकी वापसी अब कुंभ में हो रही है। दोनों संतों को सख्त चेतावनी दी गई है कि वह अखाड़ों की परंपरा का निर्वहन करें।