किसी लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत व सख्त परिश्रम करना आवश्यक : IAS इरा…

कहा जाता है कि अपने ज़िंदगी में किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए आपको जी-तोड़ मेहनत  सख्त परिश्रम करने की आवश्यकता होती है. और, हकीकत मानिए, आपकी इसी मेहनत  परिश्रम से मिली सफलता का फल बहुत मीठा होता है  जो खुशी आपको मिलती है, वो शायद संसार में आपको  कहीं नहीं मिल सकती. अपनी लगन  जी-तोड़ मेहनत के दम पर अपने ज़िंदगी के लक्ष्य को हासिल कर अपने परिवार का नाम रौशन किया है, दिल्ली की रहने वाली सुश्री इरा सिंघल ने.
सुश्री इरा साल-2015 के आई ए एस अधिकारी के एग्जाम में टॉपर का खिता ब अपने नाम किया. पेश है उनसे हुई खास वार्ता के कुछ मुख्य अंश:
आपने आई ए एस के एग्जाम को कितने कोशिश मे पास किया?
यूं तो मैं इस पोस्ट के लिए तीन एग्जाम्स क्वालीफाई कर चुकी थी. और, सिर्फ इसी पोस्ट के लिए नहीं, बल्कि मैंने आई आर एस जैसी  भी पोस्ट्स के एग्जाम्स एक ही अटेंप्ट में क्वालीफाई किए हुए हैं. पर लास्ट राउंड में आकर मेरी शारीरिक विक्षमता की विवशता को देखते हुए मुझे फिजीकल फिटनेस राउंड्स में डिसक्वॉलिफाई कर दिया जाता रहा.

तो, साल-2015 में मिली सफलता पर थोड़ी लाइट डालें. 
मैंने प्रसिद्ध चॉकलेट ब्राण्ड, कैडबरी डेरी मिल्क में एक ब्राण्ड एक्जिक्यूटिव के तौर पर अपने करियर की शरुआत की थी. लेकिन, मेरे चचेरे भाई की प्रेरणा से मैंने अपनी नौकरीछोड़कर आई ए एस की तैयारी प्रारम्भ कर दी. वैसे तो मैं इस पोस्ट के लिए पिछले तीन एग्जाम्स में क्वालीफाई कर चुकी थी. लेकिन, हर बार फिजीकल फिटनेस राउंड्स में डिसक्वालीफाई होने के बाद मुझे कई बार डिप्रेशन भी हुआ  मैंने इस सपने को छोड़ने का भी मन बनाकर दोबारा कैडबरी डेरी मिल्क में अपनी नौकरी ज्वॉइन करने की प्रयास की.लेकिन, मेरे चचेरे भाई की निरंतर प्रेरणा से मैंने अपने इस सपने को पूरा करने के लिए तैयारी जारी रखी  उसी मेहनत  लगन से एग्जाम्स में शामिल होती रही.

सुनने में आया है कि आपके कारण अब इस हैंडीकैप्ड कैटिगरी के  भी स्टूडेंट्स को बहुत ज्यादा लाभ होगा. 
जी. यह बात एकदम ठीक है. अपने निरंतर कोशिश  एकाग्रता से मैंने न्यायालय में फाइल की अपनी समस्या में सफलता पा ली है. मेरे दृढ़ संकल्प का देखते हुए  इस कैटिगरी में आने वाले स्टूडेंट्स को भी अपनी क्षमता को साबित कर एक पास एडमिनिस्ट्रेटर बनने का मौका देने के लिए मुझे देश की इस सबसे प्रतिष्ठित पोस्ट के लिए सिलेक्ट कर आखिरकार एक हिस्ट्री बना ली है.

आने वाली पीढ़ी के लिए यह निर्णय किस हद तक सफलता के द्वार खोलेंगा? 
माननीय न्यायालय के इस ऐतिहासिक निर्णय को मैं दिल से सलाम करती हूं. क्योकि, इससे न केवल इस कैटिगरी के स्टूडेंट्स को नौकरी मिलेगी, बल्कि, अपने खोए हुए कॉन्फिडेंस को दोबारा पाकर ज़िंदगी में आगे बढ़कर देश के सेवा करने का मौका भी मिलेगा.