बॉर्डर पर किसानों की संख्या बढ़ रही है, वहीं सरकार को उम्मीद है कि जल्दी ही कोई न कोई हल निकाल लिया जाएगा।मंगलवार को सिंघु बॉर्डर पर डटे किसानों ने पीएम मोदी को खून से चिट्ठी लिखकर कानून वापस लेने की मांग की। वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने मंगलवार को जाम लगा दिया। जिसे बाद में पुलिस से बातचीत के बाद खोला गया।
वहीं किसानों ने आज किसान दिवस के दिन ही आंदोलन तेज करने की तैयारी शुरू कर दी है। कई किसान दिल्ली बॉर्डर की ओर कूच कर रहे हैं।
वहीं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के दिग्गज नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि चौधरी चरण सिंह जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन! आज भाजपा के राज में देश के इतिहास में एक ऐसा ‘किसान दिवस’ आया है, जब उत्सव के स्थान पर देश का किसान सड़कों पर संघर्ष करने पर मजबूर है. भाजपा किसानों का अपमान करना छोड़े क्योंकि ‘देश का किसान, भारत का है मान’.
वहीं आज के दिन केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने किसानों को शुभकामनाएं दी हैं और कहा है कि किसान दिवस पर, मैं देश के किसानों को शुभकामनाएं देता हूं।
उन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान की है। कुछ किसान खेत कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ उनसे बातचीत कर रही है। मुझे उम्मीद है कि वे जल्द ही अपना आंदोलन समाप्त करेंगे।
आज किसान दिवस (Farmers Day) के दिन नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) का विरोध कर रहे किसानों का आंदोलन 28वें दिन में प्रवेश कर चुका है। हाड कंपा देने वाली ठंड में टेंट और अलाव के सहारे बैठे किसानों के हौंसले कम नहीं हुई हैं। वो आज भी अपनी मांगों पर पहले जैसे ही अड़े हुए हैं।