किसान आन्दोलन को लेकर अखिलेश यादव ने दिया ये बड़ा बयान, कहा बीजेपी जैसा नहीं देखा…

इससे पहले गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आन्दोलन के दौरान फ्लाईओवर के नीचे शौचालय में एक बुजुर्ग किसान (Kisan) कश्मीर सिंह ने आत्महत्या कर ली।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतारा गया।  मृतक किसान के पास से एक सुसाइड नोट मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यह सुसाइड नोट पंजाबी में लिखा है। वहीं किसान की मौत की खबर पर आन्दोलन स्थल के किसानों में शोक है। किसान संगठनों ने आन्दोलन स्थल के मंच से मृतक किसान को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने इसे किसान (Kisan) की शहादत बताते हुए ट्वीट किया कि अत्यंत दुखद मन से सूचित कर रहा हूं।
आज गाजीपुर बॉर्डर पर एक किसान ने आत्महत्या कर जीवन त्याग दिया आंदोलनरत सरदार कश्मीर सिंह जी बिलासपुर, रामपुर के रहने वाले थे, शहादत पर आन्दोलन की भूमि से विनम्र श्रद्धांजलि।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्वीट में कहा कि मोदी सरकार अडानी-अम्बानी की गोद में बैठकर किसानों पर अत्याचार कर रही है। Kisan आंदोलन में गाजीपुर धरनास्थल पर किसान कश्मीर सिंह ने आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या से पूर्व उन्होंने एक सुसाइड नोट भी लिखा है। निर्मम भाजपा सरकार और कितने किसानों की जान लेगी?
सपा अध्यक्ष ने कहा कि नव वर्ष के पहले दिन ही Kisan आन्दोलन में गाजीपुर बार्डर पर एक किसान की शहादत की खबर विचलित करने वाली है।
घने कोहरे व ठंड में किसान लगातार अपने जीवन का बलिदान कर रहे हैं लेकिन, सत्ताधारी हृदयहीन बने बैठे हैं। भाजपा जैसा सत्ता का इतना दंभ व इतनी निष्ठुरता अब तक कभी नहीं देखी गयी।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसान (Kisan)आन्दोलन को लेकर एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है।
उन्होंने गाजीपुर बार्डर पर एक किसान के खुदकुशी प्रकरण को लेकर शनिवार को कहा कि भाजपा जैसा सत्ता का इतना दंभ व निष्ठुरता अब तक कभी नहीं देखी गई।