किसान आंदोलन में हिस्सा लेने वाले यूपी के 6 किसानों को मिला इतने लाख का…, जानिए पूरा मामला…

कृषि कानूनों के खिलाफ हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं। किसानों के आंदोलन का आज 23वां दिन है। किसान अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उधर सरकार पर भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।

 

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के दयाल सिंह ने बताया, “सुप्रीम कोर्ट ने जो कमेटी बनाई है उसमें हम यकीन नहीं रखते। अगर सरकार बातचीत करके काले कानून वापस लेती है तो ठीक, नहीं तो हम ये मोर्चा नहीं छोड़ेंगे।”

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने कहा, “कमेटी बनाना समस्या का हल नहीं है, पहले भी किसानों ने छोटी कमेटी बनाने से इनकार किया था। तोमर जी ने कल जो चिट्ठी लिखी है वो देश को भ्रमित करने वाली है, उसमें कुछ नया नहीं है। कुछ नया होता तो हम उस पर टिप्पणी करते।”

केंद्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के समर्थन में डीएमके और उसके समर्थक चेन्नई में एक दिवसीय उपवास पर बैठे हैं।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने किसान आंदोलन समर्थन दिया है। इस संबंध में छात्रों ने सर सैय्यद डे के मौके पर होने वाले डिनर का पैसा किसान आंदोलन में देने का फैसला लिया है। दूसरी ओर यह तैयारी भी चल रही है कि एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की एक टीम दिल्ली जाकर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों की सेवा करेगी।

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन में अब तक पंजाब के 22 किसान दम तोड़ चुके हैं। यह वो किसान हैं जो घर से आंदोलन के लिए निकले, लेकिन फिर कभी घर नहीं लौटे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी नें ट्वीट कर पूछा है कि और कितने अन्नदाताओं को कुर्बानी देनी होगी? कृषि विरोधी कानून कब खत्म किए जाएंगे?

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में किसान आंदोलन में हिस्सा लेने वाले किसानों को नोटिस जारी किया गया है। संभल के एसडीएम ने 6 किसानों को 50 हजार तक का मुचलका भरने के लिए नोटिस भेजे गए हैं।

खबरों को मुताबिक, पहले इन किसानों को 50 लाख के नोटिस भेजे गए थे, लेकिन बाद में इस नोटिस को संशोधित कर दिया गया। एडीएम दीपेंद्र यादव ने 50 लाख वाले नोटिस पर सफाई देते हुए इसे ‘क्लेरिकल एरर’ यानी निचले स्तर पर की गई गलती बताया और कहा कि किसानों को बाद में संशोधित नोटिस भेज दिया गया है।

पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन के चलते कुछ ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। दरभंगा से 18 दिसंबर, 2020 को चलने वाली 05211 दरभंगा-अमृतसर स्पेशल निरस्त रहेगी। अमृतसर से 20 दिसम्बर, 2020 को चलने वाली 05212 अमृतसर-दरभंगा विषेष गाड़ी निरस्त रहेगी।