किसान आंदोलन के बीच राहुल गांधी ने उठाया ये बड़ा कदम, मच सकता बवाल

इस मौके पर राहुल गांधी ने ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, ‘देश हित की आवाज उठाने के लिए कांग्रेस शुरू से प्रतिबद्ध रही है। आज कांग्रेस के स्थापना दिवस पर हम सच्चाई और समानता के अपने इस संकल्प को दोहराते हैं। जय हिंद!’

वहीँ, स्थापना दिवस के दिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय पहुंचीं और कार्यकर्ताओं सहित चलकदमी की। उन्होंने ध्वजारोहण किया और मीडिया को भी संबोधित किया।

कांग्रेस की स्थापना पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी देश की आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध रही है। कांग्रेस हमेशा अपने स्थापना दिवस के दिन सच्चाई और समानता के अपने संकल्प को दोहराती रही है।

भारत की आजादी से पहले साल 1885 में आज ही के दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई थी। 62 साल पहले स्कॉटलैंड के रिटायर्ड अधिकारी एओ ह्यूम ने कांग्रेस की स्थापना की थी, यानी एक अंग्रेज अधिकारी ने कांग्रेस पार्टी की स्थापना की थी लेकिन पार्टी के अध्यक्ष भारतीय ही रहे हैं।

नए कृषि कानून को लेकर देश के किसान आंदोलनरत है और सीमा पर डेरा डाले है। अपनी मांगों को लेकर किसान किसी भी तरह से पीछे हटने को तैयार नहीं है। के कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बाद अब किसान नेताओं ने आंदोलन की रणनीति में बदलाव शुरू कर दिए हैं। किसान नेता पटना, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के राज्यों के किसान संगठनों से संपर्क साध रहे हैं।

नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन अब देशव्यापी हो गया है। किसान संगठनों की यह पहल अच्छी है। पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी आंदोलन तेज हो चुका है।

पंजाब के कीर्ति किसान यूनियन के कुछ नेता मुंबई में आयोजित हुए किसानों के धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए थे। अब दकौंडा के किसान नेता 29 दिसंबर को बिहार की राजधानी पटना में आयोजित होने वाले किसानों के एक प्रदर्शन में शामिल होंगे। किसान नेताओं का कहना है कि इस रणनीति के सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं।

ऑल इंडिया किसान संघर्ष को-ऑर्डिनेशन कमेटी की ओर से दी। दिसंबर के अंत तक इस रणनीति पर काम किया जाएगा। रणनीति के तहत तय किया गया है कि कृषि कानूनों के खिलाफ यह किसान आंदोलन देश के 15 से अधिक राज्यों के 500 शहरों तक पहुंचाया जा सकेगा।

कांग्रेस सहित पंजाब के शिरोमणि अकाली दल ने आंदोलन को गति देने के उद्देश्य से पार्टी के तीन वरिष्ठ नेताओं को लेकर एक कमेटी का गठन किया है, जो दूसरे राज्यों में जाकर किसान आंदोलन में सहयोग देने को लेकर समर्थन जुटा रहे हैं।