किसान आंदोलन के बीच पीएम मोदी ने बोला यहाँ हमला, कंधे बंदूक रख कर…

सम्बोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद क्या-क्या बहाने बताए गए। ये मध्य प्रदेश के किसान मुझसे भी ज्यादा अच्छी तरह जानते हैं।

राजस्थान के लाखों किसान भी आज तक कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं। पीएम ने कहा कि, अगर हमें एमएसपी हटानी ही होती तो स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट लागू ही क्यों करते?

दूसरा ये कि हमारी सरकार एमएसपी को लेकर इतनी गंभीर है कि हर बार, बुवाई से पहले एमएसपी की घोषणा करती है। इससे किसान को भी आसानी होती है, उन्हें भी पहले पता चल जाता है कि इस फसल पर इतनी एमएसपी मिलने वाली है।

साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला हुए कहा कि, उन्हें कृषि सुधारों से नहीं बल्कि ‘मोदी से दिक्कत’ है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, ”विपक्षी दलों ने स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट वर्षों तक दबाए रखी; लेकिन हमने इसे किसानों के हित में इसे लागू किया”।

प्रधानमंत्री ने कहा कि, अपने-अपने घोषणापत्रों में कृषि सुधारों के बारे में बात करने वाले राजनीतिक दलों से लोगों को जवाब मांगना चाहिए। साथ ही उन्होंने विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि, ”कृषि सुधारों का श्रेय आप लेना चाहते हैं .

तो लें लेकिन किसानों को भ्रमित नहीं करें।” उन्होंने आरोप लगाया कि, मध्य प्रदेश में 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने लोगों को कृषि कर्ज माफी के नाम पर धोखा दिया।

राजधानी में डटे किसानों के आंदोलन का आज 23वां दिन है, और अभी भी आंदोलन जारी है। इसी बीच शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषक समुदाय को आश्वासन दिया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) प्रणाली समाप्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने यह भी कहा कि नये कृषि कानून रातों-रात नहीं आये हैं, बल्कि विभिन्न दल, विशेषज्ञ और प्रगतिशील किसान लंबे समय से सुधारों की मांग कर रहे थे।

दरअसल, आज प्रधानमंत्री मोदी ने किसान सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंस से संबोधित किया, और कहा कि, ”मैं किसानों को भरोसा दिलाता हूं कि एमएसपी को खत्म नहीं किया जाएगा, यह जारी रहेगी, विपक्ष इस बारे में झूठ बोल रहा है।” .