किसान आंदोलन के बीच केजरीवाल ने जारी किया ये बड़ा आदेश , अब क्या होगा आगे…

किसान दिल्ली के चारों ओर से ट्रैक्टर निकाल रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि इस मार्च में 60 हजार ट्रैक्टर शामिल हुए हैं, जो सिंघु बॉर्डर से टिकरी, टिकरी से शाहजहांपुर, गाजीपुर से पलवल और पलवल से गाजीपुर तक यात्रा करेंगे। 135 किमी लंबे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर किसानों का आंदोलन देखने को मिलेगा। वैसे, एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे पर ट्रैक्टरों की अनुमति नहीं है।

इसके बाद अंतिम वर्ष के छात्रों को कॉलेज बुलाया जाएगा। आदेश के मुताबिक, अंतिम वर्ष के छात्र सफलतापूर्ण प्रशिक्षण लेने के बाद अंतिम वर्ष की परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे।

परीक्षा में पास होने के बाद वे इंटर्न करने के पात्र होंगे। इसके बाद, द्वितीय वर्ष के एमबीबीएस/बीडीएस के छात्रों को कॉलेज बुलाने की प्रक्रिया शुरू होगी। गौरतलब है कि दिल्ली में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस के 486 नए मामले आए हैं और नमूनों के संक्रमित पाए जाने की दर 0.63 प्रतिशत है। अधिकारियों ने बताया कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी दिशा-निर्देश और सामाजिक दूरी का पालन हो।

छह जनवरी को जारी आदेश में कहा गया है कि दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने के बाद मौजूदा स्थिति का आंकलन किया गया है। इसके बाद दिल्ली सरकार के तहत आने वाले चिकित्सा कॉलेजों को तत्काल प्रभाव से खोलने के आदेश दिए जाते हैं।

मगर एक-दूसरे से दूरी और कोविड-19 को लेकर जारी मानक संचालन प्रक्रिया का पालन किया जाए। अधिकारियों ने बताया कि विद्यार्थियों की कॉलेजों में कक्षाएं चरणबद्ध तरीके से होंगी।

आदेश में कहा गया है कि प्रथम वर्ष के एमबीबीएस/बीडीएस बैच को चरणबद्ध तरीके से बुलाया जाएगा और कॉलेज खुलने की तारीख से डेढ़ से दो महीने में विद्यार्थियों का प्रशिक्षण और प्रैक्टिकल पूर्ण कराया जाएगा।

राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस की स्थिति में सुधार के बीच दिल्ली सरकार ने अपने तहत आने वाले चिकित्सा कॉलेजों को खोलने का आदेश दिया है लेकिन विभिन्न शैक्षणिक बैचों के लिए कक्षाएं चरणबद्ध तरीके से बहाल होंगी।

अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि एलएनजेपी अस्पताल से संबद्ध मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) तथा जीटीबी अस्पताल से जुड़े विश्वविद्यालय चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय(यूसीएमएस) कोरोना वायरस महामारी की वजह से मार्च से ही बंद हैं।

केंद्र के नए कृषि कानूनों को लेकर किसान बीते 40 दिन से ज्यादा वक्त से आंदोलन कर रहे हैं। दिल्ली से सटी सीमाओं पर धरना दे रहे ये किसान भीषण ठंड में भी अपनी मांगों पर डटे हुए हैं। इनका कहना है कि दो कदम आगे जा सकते हैं, लेकिन हम कदम पीछे नहीं करेंगे। इस बीच आज किसानों ने ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) निकाली है। बता दें कि ये रैली 26 जनवरी यानी गणत्रंत दिवस के मौके पर होने वाले उनके विरोध आंदोलन का रिहर्सल है।

इस रैली में काफी तादाद में किसान जुड़े हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक ऐसी वीडियो वायरल हो रहा है, जो सभी का दिल जीत रही है। इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक छोटा सा बच्चा अपनी छोटी सी ट्रैक्टर गाड़ी पर सवार होकर सबसे आगे चल रहा है, जबकि बड़े बड़े ट्रैक्टर उसके पीछे चल रहे हैं। हालांकि ये कोई असली ट्रैक्टर नहीं, बल्कि बैटरी वाली गाड़ी है।

इस वीडियो में देखा जा सकता है किसानों के ट्रैक्टर रैली को समर्थन देने के लिए किस तरह यह छोटा सा बच्चा सबको लीड कर रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो काफी ज्यादा प्यार मिल रहा है। इस वीडियो को अब तक दो हजार के करीब व्यूज मिल चुके हैं, जबकि 500 से अधिक इस पर लाइक आए हैं।