किसानो को लेकर सरकार ने किया ये बड़ा एलान, आज दोपहर 3 बजे…होगा…

सिंघु बॉर्डर पर 27 नवंबर को प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश थी. जिसके बाद दिल्ली के अलीपुर पुलिस स्टेशन में किसानों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इस बीच सरकार के बातचीत के प्रस्ताव को लेकर हाईवे पर किसानों की बैठक चल रही है.

 

किसान नेताओं का कहना है कि हरियाणा सरकार अब तक 30-31 केस किसानों के खिलाफ दर्ज किए जा चुके हैं. कोरपोरेट को फायदा देने के लिए सरकार कृषि कानून लायी है. कोरपोरेट ब्लैकमेलिंग करेगा और असर हर नागरिक पर पड़ेगा. किसानों का और देश का शोषण हो रहे हैं कोरपोरेट की आमदनी भी कोरोना में भी बढ़ रही है. यह लड़ाई जनता बनाम कोरपोरेट की है.

दिल्ली में पंजाब किसान संघर्ष समिति के जनरल सेक्रेटरी सुखविंदर सब्रन ने कहा है कि देश में किसानों के 500 से अधिक समूह हैं, लेकिन सरकार ने केवल 32 समूहों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है. बाकी को सरकार द्वारा नहीं बुलाया गया है. हम तब तक बातचीत नहीं करेंगे, जब तक सभी समूहों को नहीं बुलाया जाता.

इससे पहले किसान हाईवे पर बैठक कर रहे हैं. किसानों को दिल्ली में बुराड़ी में मौजूद निरंकारी ग्राउंड में प्रदर्शन करने की इजाजत दी गई थी, लेकिन वे पिछले पांच दिनों से सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर ही डेरा डाले हुए हैं. इस बीच एहतिहातन दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर को बंद कर दिया है. दिल्ली के सभी एंट्री पॉइंट्स पर भी कड़ी चौकसी बरती जा रही है.

नए कृषि कानूनों के खिलाफ चार राज्यों के किसान पिछले पांच दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर जमे हुए हैं. किसानों के विरोध प्रदर्शन पर केंद्र सरकार एक्टिव हो गई है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है. आज दोपहर 3 बजे विज्ञान भवन में सरकार और किसानों के बीच बातचीत होगी.