गुस्से में आकर किसानों ने पूरी तरह से बंद किया ये, भागते नजर आए लोग

सिंघु और टिकरी बॉर्डर, जहां हजारों किसान विरोध कर रहे हैं, बंद जारी है जबकि दिल्ली से नोएडा में प्रवेश करने वाले वाहनों के लिए चिल्ला (दिल्ली-नोएडा लिंक रोड) सीमा पर एक रास्‍ता खुला है। नोएडा जाने वाले मोटर चालकों को डीएनडी, कालिंदी कुंज, न्यू अशोक नगर, कोंडली और दल्लूपुरा जैसी अन्य रास्‍तों से भेजा जा रहा है।

 

यूपी गेट पर विरोध कर रहे किसानों ने पिछले महीने अपना आंदोलन शुरू करने के बाद से गाजियाबाद से दिल्ली की ओर जाने वाले एक्सप्रेसवे के रास्‍ते और सर्विस रोड पर कब्जा कर लिया था। हालांकि एक तरफ का रास्‍ता खुला होने के कारण यातायात में किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो रही थी।

सोमवार दोपहर के बाद यह दूसरी बार है कि एक्सप्रेसवे को किसानों ने पूरी तरह से बंद कर दिया है। किसान आरोप लगा रहे हैं कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई किसानों को दिल्ली की तरफ आगे बढ़ने से रोका गया, जोकि आंदोलन में शामिल होने आ रहे थे।

सोमवार को लगभग एक घंटे की नाकाबंदी के बाद यूपी प्रशासन के अधिकारियों द्वारा किसानों को आश्वासन दिया गया कि सीमाओं की ओर आने से किसी को रोका नहीं जाएगा।

7.37 बजे दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने गाजीपुर-गाजियाबाद सीमा पर रास्‍ते को बंद करने के बारे में जनता को अपडेट करने के लिए अपने ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल किया। पुलिस उपायुक्त (पूर्व) जसमीत सिंह ने भी प्रदर्शनकारी किसानों द्वारा सीमा पर नाकाबंदी की पुष्टि की।

एक्सप्रेसवे की अचानक नाकाबंदी ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस को यातायात को वैकल्पिक मार्गों आनंद विहार, भोपरा और अप्सरा की तरफ मोड़ने के लिए प्रेरित किया है।

सुबह की नाकाबंदी कार्यालय समय के दौरान ट्रैफिक जाम की एक बड़ी समस्‍या का कारण बन सकती है। उत्तर प्रदेश प्रशासन और दिल्ली पुलिस के अधिकारी प्रदर्शनकारी किसानों के साथ कम से कम एक रास्‍ते को फिर से खोलने पर चर्चा कर रहे हैं।

केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन पिछले 27 दिनों जारी है। किसानों ने आज सुबह दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहनों की आवाजाही को पूरी तरह से बंद कर दिया। इसके साथ ही किसान गाजीपुर-गाजियाबाद (यूपी गेट) बॉर्डर को भी पूरी तरह से बंद कर दिया है।