योगी ने आरोप लगाया कि राज्य में सपा-बसपा की सरकारों के वक्त चीनी मिलें बंद हो रही थीं। उन्होंने कहा,”हमने गन्ना किसानों के एक लाख 15 हजार करोड़ रुपये के बकाए का भुगतान किया है। किसानों के सबसे बड़े मुखिया चौधरी चरण सिंह के अपने क्षेत्र में रमाला चीनी मिल विस्तारीकरण की बाट जोह रही थी.
हमने खुद वहां जाकर यह काम कराया है। हम खांडसारी उद्योग के लिए प्राथमिकता से लाइसेंस दे रहे हैं। किसानों के हित और हक की बातें उन लोगों को बुरी लग रही हैं, जो ऐसा होते नहीं देखना चाहते।” उन्होंने कहा,” हम मंडियों को तकनीक से जोड़ रहे हैं, जबकि विपक्ष अफवाह फैला रहा है कि मंडियां बंद हो जाएंगी। नए कृषि कानून से मंडियां बंद नहीं होंगी बल्कि निजी कंपनियों के आने से स्पर्धा बढ़ेगी। नए कृषि कानूनों से किसानों को फायदा होगा”
आदित्यनाथ ने कहा,” विपक्ष जब जाति, मत और मजहब के आधार पर काम करने लगे तो सरकार का फर्ज बनता है कि जनता के बीच जाकर सभी को सच्चाई से अवगत कराया जाए और यही काम करने के लिए हम किसान सम्मेलन में बरेली आए हैं।”
उन्होंने कहा ,” केन्द्र और प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में किसान, गांव, गरीब, नौजवानों के साथ हर वर्ग के हित में काम कर रही है। हम माफियागिरी नहीं चलने देंगे,किसान गुमराह न हों, किसी के बहकावे में न आएं। सरकार उनके हित में हर वो काम करके दिखाएगी, जिससे उन्हें उनका हक हासिल हो और आमदनी में बढ़ोतरी के साथ उनका जीवन स्तर सुधरे।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि विपक्षी दल केन्द्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को ”गुमराह”कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि हताश, निराश विपक्ष झूठ बोल कर किसानों को गुमराह कर रहा है और उनके हितों पर डाका डालने की साजिश कर रहा है।
आदित्यनाथ ने यहां ” किसान सम्मेलन” को संबोधित करते हुए कहा किकृषि कानूनों पर किसानों को जानबूझकर भ्रमित करने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानूनों से मंडियां बंद नहीं होंगी बल्कि कृषि बाजार में स्पर्धा बढ़ेगी और किसी को भी किसानों की जमीन पर कब्ज़ा करने की इजाजत नहीं होगी।”