किसानों को लेकर सरकार ने उठाया ये बड़ा कदम, 5 राज्यों में हल्ला बोल

हल्द्वानी के किसान नेशनल हाईवे 74 पर उतर आए। किसानों ने रुद्रपुर-किच्छा मार्ग पर देवरिया स्थित टोल प्लाजा पर बैरियर हटाने को लेकर जमकर हंगामा किया। मौके पर भारी पुलिसबल भी तैनात रहा, लेकिन किसानों के आगे उनकी नहीं चली।

टोल प्रबंधन भी बैकफुट पर आ गया। इसके बाद किसानों की मांग के अनुसार करीब डेढ़ घंटे तक टोल बैरियर हटा दिये गये। इस बीच सैकड़ों वाहन हाईवे पर बिना टोल शुल्क दिए गुजरे, जबकि किसान टोल के सामने ही धरने पर बैठे रहे। बाद में अधिकारियों के मनाने के बाद किसानों ने धरना समाप्त किया और बैरियर फिर लगाए गए।

पुलिस प्रशासन की सतर्कता से उत्तर प्रदेश में पश्चिमी यूपी को छोड़कर टोल प्लाजा फ्री कराने का किसानों का आंदोलन पूरी तरह से बेअसर रहा। किसानों ने मेरठ समेत वेस्ट यूपी के आसपास के जिलों में सभी टोल फ्री कराए।

पुलिस के सख्त पहरे के बावजूद भाकियू कार्यकर्ताओं ने सुबह 10 बजे ही जिलों के टोल प्लाजा पर कब्जा जमाना शुरू कर दिया था। ठीक 11 बजे किसानों ने टोल फ्री करा दिए, जिसके बाद आने जाने वाले वाहन किसी टोल पर बिना पैसे दिए गुजरने लगे।

मेरठ के अलावा हापुड़, बुलंदशहर, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और बागपत में टोल फ्री कराए और प्रदर्शन किए। कुछ स्थानों पर आधा घंटे से लेकर छह घंटे तक टोल प्लाजा से हजारों वाहन मुफ्त गुजारे गए, इससे लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ।

32 किसान संगठनों के कार्यकताओं ने जीटी रोड करनाल टोल प्लाजा को रात बारह बजे ही टोल फ्री कर दिया। सुबह साढ़े आठ बजे पुलिस प्रशासन ने टोल टैक्स वूसली शुरू करा दी, लेकिन इसकी जानकारी होने पर किसान संगठनों के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और टोल प्लाजा को फिर से टैक्स फ्री कर दिया। इसके साथ ही टोल प्लाजा पर धरना देने लगे।

हरियाणा में कुछ टोल प्लाजा पर कब्जा कर लिया और अधिकारियों को यात्रियों से शुल्क की वसूली नहीं करने दी। आंदोलनकारी किसानों ने कहा था कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग के लिए दबाव बनाने के खातिर वे टोल प्लाजा पर एकत्रित होंगे।

सुरक्षा व्यवस्था के बंदोबस्त के चलते दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम नहीं किया जा सका। किसान संगठन इस राजमार्ग को रविवार को बंद करने की योजना बना रहे हैं।

हालांकि दिल्ली के गाजीपुर, पलवल, टिकरी, सिंघु बार्डर पर किसानों के प्रदर्शन के चलते यातायात बाधित हुआ। इतना ही नहीं किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि कहा कि 14 दिसंबर के बाद आंदोलन और अधिक आक्रामक किया जाएगा।

तीन कृषि कानूनों को रद्द करने, एमएसपी पर नया कानून व गारंटी खरीद की मांगों को लेकर आंदोलनरत किसान संगठनों का शनिवार को पांच राज्यों के टोल प्लाजा पर हल्ला बोल प्रदर्शन किया।

एक दिवसीय विरोध प्रदर्शन में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अधिकांश टोल प्लाजा को टोल टैक्स फ्री कर दिया गया। किसान नेताओं ने टोल कर्मियों को निजी-व्यवसायिक वाहनों से टैक्स नहीं वसूलने दिया।