किसानों के लिए सरकार करने जा रही ये नया काम, राजनाथ बोले- सभी…

लद्दाख में बल के साहस की उन्होंने सराहना की और राजनाथ ने कहा कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सशस्त्र बलों की भारी तैनाती है और इन परीक्षा की घडिय़ों में हमारी सेनाओं ने अनुकरणीय साहस दिखाया है।

 

सिंह ने कहा, हमारे सशस्त्र बलों ने उनका (चीनी सेना) बेहद बहादुरी से सामना किया और उन्हें वापस जाने को मजबूर किया। सीमा पार आतंकवाद और पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, हम सीमापार आतंकवाद के शिकार रहे हैं.

इस संकट से हम उस समय भी अकेले लड़ते रहे जब हमारा समर्थन करने वाला कोई नहीं था।” उन्होंने कहा, च्च्दुनिया भर के देशों को यह समझ आ गया है कि हम इस बारे में सही थे कि पाकिस्तान आतंकवादियों का गढ़ बन रहा है।

इसके इलावा उन्होंने रक्षा मंत्री ने सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए कहा कि जब दुनिया कोरोना वायरस से लड़ रही थी, तब भारतीय सशस्त्र बल हमारी सीमाओं की बहादुरी से रक्षा कर रहे थे।

सिंह ने कहा कि कोई वायरस हमारे सशस्त्र बलों को उनकी ड्यूटी करने से नहीं रोक सकता। हिमालय की सीमाओं पर अक्रामकता की स्थिति पर उन्होंने कहा , हिमालय की हमारी सीमाओं पर बिना किसी उकसावे के अक्रामकता दिखाती है कि दुनिया कैसे बदल रही है, मौजूदा समझौतों को कैसे चुनौती दी जा रही है।

देश में जारी किसान आंदोलन के बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम हमेशा अपने किसान भाइयों की बात सुनने के लिए तैयार रहते हैं, उनकी गलतफहमी को दूर करते हैं और उन्हें वह आश्वासन प्रदान करते हैं जो हम प्रदान कर सकते हैं।

हमारी सरकार हमेशा चर्चा और बातचीत के लिए तैयार है। फिक्की की 93वीं सालाना मीटिंग को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे कृषि क्षेत्र के खिलाफ प्रतिगामी कदम उठाने का कोई सवाल ही नहीं उठता। कृषि एक ऐसा क्षेत्र है, जो कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से बचने में सक्षम रहा है।