किसानों के लिए पीएम मोदी ने जारी किया ये बड़ा संदेश, कहा – 20 दिनों के अंदर…

केंद्र के तीनों नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान संगठनों के नेताओं ने सोमवार को एक दिन की भूख हड़ताल कर अपने आंदोलन को और तेज करने का संकेत दिया।

 

इस आंदोलन को समर्थन देते हुए देशभर में जिला मुख्यालयों पर भी विभिन्न किसान संगठनों ने धरना-प्रदर्शन किया। उन्हें विपक्षी दलों का भी भरपूर समर्थन मिला।

इस दौरान राजस्थान समेत कई राज्यों के किसान ट्रैक्टर रैली लेकर दिल्ली की ओर से रवाना हुए, जिसके चलते दिल्ली-जयपुर हाईवे समेत कई रास्तों पर दिनभर जाम लगा रहा। आंदोलनरत किसान दिल्ली आने वाले विभिन्न मार्गों को पिछले 19 दिनों से घेरे बैठे हैं।

बता दें कि नए कृषि कानूनों के विरोध में हजारों किसान राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर बीते 20 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं इस जारी किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिए सरकार में सोमवार को दिनभर चर्चा जारी रही। बैठकों के कई दौर हुए

गृह मंत्री अमित शाह ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें कानूनों में बदलाव और किसानों की बातों को मानने के मुद्दों के साथ आंदोलन की समीक्षा भी की गई।

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गुजरात में कच्छ के एक दिवसीय दौरे पर जाएंगे। कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन के बीच वह कच्छ के कृषक समुदाय के अलावा गुजरात के सिख किसानों से भी मुलाकात करेंगे। जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी कुछ परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे और कच्छ में धोरडो के किसानों और कलाकारों के साथ संवाद करेंगे।

बता दें कि भारत-पाक सीमा के पास बसे सिख किसानों को प्रधानमंत्री से संवाद के लिए आंमत्रित किया गया है। दरअसल कच्छ जिले की लखपत तालुका में और इसके आसपास मिलाकर करीब 5,000 सिख परिवार रहते हैं।

देश में नए कृषि कानून (Farm Bill) के विरोध में जारी आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा, वहीं सरकार आंदोलनकारी किसानों को फिर से वार्ता की मेज पर लाने में जुटी है और सोमवार को अलग-अलग स्तरों पर सक्रिय रही।

समस्या के समाधान के लिए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक की। तोमर ने देश के अलग-अलग राज्यों से आए किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की है और उम्मीद जताई कि किसान जल्द ही सरकार के प्रस्ताव पर जबाब देंगे।