किसानों के लिए आई ये बड़ी खबर , मिली नई जि़ंदगी, 6 लाख से अधिक…

इसके साथ ही लोगों के पूर्ण रोजगार को बढ़ावा देने के लिए, तिब्बत ने श्रम निर्यात संगठनों के माध्यम से रोजगार का विस्तार किया, परियोजना निर्माण के माध्यम से रोजगार को अवशोषित किया, और समुद्र सतह से ऊंचे क्षेत्रों में पारिस्थितिक स्थानांतरण, और ग्रामीण पुनरुद्धार जैसी आधारभूत संस्थापन परियोजना के निर्माण में राहत के बदले काम करने के माध्यम से किसानों और चरवाहों को सहायता दी।

 

इस वर्ष के पहले 9 महीनों में तिब्बत की विभिन्न स्तरीय सरकारों ने 5949 परियोजनाओं के पुन: उत्पादन के लिए निवेश किया, जिनमें 2 लाख 7 हजार 400 चरवाहों को रोजगार के पद मिले।

इस वर्ष चीन में गरीबी के खिलाफ युद्ध का अंतिम साल है। तिब्बत ने गरीबी उन्मूलन के लिए रोजगार संवर्धन को नागरिकों की आय में बढ़ोतरी का महत्वपूर्ण स्रोत बनाया।

कृषि और पशुपालन क्षेत्रों में अतिरिक्त श्रम शक्ति के पर्याप्त रोजगार के पद और ज्यादा आय प्राप्त करने, आर्थिक सामाजिक विकास के फलों को साझा करने के लिए तिब्बत स्वायत्त प्रदेश ने किसानों और चरवाहों की इच्छानुसार कौशल प्रशिक्षण दिया और अतिरिक्त श्रम शक्ति का स्थानांतरित रोजगार तरीका अपनाया।

उद्यमों की जरूरतों और लोगों के प्रशिक्षण हासिल करने की इच्छा के आधार पर प्रतिवर्ष लगभग एक लाख किसानों और चरवाहों को प्रशिक्षित किया जाता है।

तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के मानव संसाधन और सामाजिक गारंटी विभाग ने 14 दिसंबर को बताया कि अब तक, तिब्बत में 6 लाख 4 हजार किसानों और चरवाहों को स्थानांतरित रोजगार के मौके मिल चुके हैं। जबकि 4 अरब 54 करोड़ युआन की आय प्राप्त हुई।

शिनहुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गयी है। आंकड़ों के अनुसार, किसानों और चरवाहों की संख्या तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की कुल जनसंख्या का 68.5 प्रतिशत है।

करीब 24 लाख किसान और चरवाहे 5400 से अधिक गांवों में रहते हैं। इधर के सालों में स्वायत्त प्रदेश में तमाम युवा किसान और चरवाहे खेती का काम या पशुपालन का काम छोड़कर शहरों व कस्बों में पहुंच गए, वे औद्योगिक श्रमिकों और सेवा कर्मियों के रूप में बदल गए।