किसानों की मांग न पूरी होने पर गुस्से में आए अन्ना हजारे, अब करने जा रहे…

अन्ना हजारे पहले भी कह चुके हैं कि किसानों के विरोध प्रदर्शनों को वे उसी लोकपाल आंदोलन की तर्ज पर देखते हैं, जो उन्होंने दिल्ली में किया था।

 

इसी के साथ केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन दिल्ली जारी है। नये कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसान किसी भी हालत में पीछे हटने को तैयार नहीं। किसानों के इस आंदोलन को अब तक कई राजनीतिक पार्टियों, संगठनों और शख्सियतों का समर्थन मिल चुका है।

सामाजिक कार्यकर्ता और गांधीवादी विचारक अन्ना हजारे भी किसानों के आंदोलन के समर्थन में खुलकर सामने आ गये हैं और जिससे किसानों के जारी आंदोलन को नया मोड़ मिल सकता है।

अन्ना हाजरे ने अपने दो पृष्ठों की चिट्ठी में किसानों के संबंध में कई बातें लिखी है। एसएसपी को लेकर भी अपना रूख और नजरिया स्पष्ट किया है। एमएसपी के पक्ष में उन्होंने स्वामीनाथन रिपोर्ट का भी जिक्र किया है औऱ कहा है कि इसी तर्ज पर किसानों को उनका हक मिलना चाहिये।

कुछ सालों पहले दिल्ली में लोकपाल आंदोलन के जरिये तत्कालीन कांग्रेस सरकार को हिलाने वाले अन्ना हजारे ने इससे पहले भी किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया था और आंदोलन करने की बात कही थी। लेकिन इससे पहले उन्होंने आंदोलन की रूपरेखा, उसके तथ्यों और तिथि को लेकर नहीं बताया था।

प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता और गांधीवादी नेता अन्ना हजारे में नये साल 2021 में जनवरी माह से किसानों के समर्थन में राजधानी दिल्ली में फिर से एक बड़ा आंदोलन करने का ऐलान किया है।

इसके लिये अन्ना ने दो पेजों की एक चिट्ठी भी लिखी है, जिसमें उन्होंने किसानों के समर्थन में अपने आंदोलन के कारणों को समझाने का प्रयास किया है। इसी चिट्ठी के साथ अन्ना ने किसानों के मौजूदा आंदोलन का भी समर्थन किया है।