किसानों और सरकार के बीच हुआ ये, दोपहर 2 बजे होगा पूरा…

भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर पंजाब के स्टेट अध्यक्ष जगजीत सिंह ढल्लेवाल का कहना है कि हम उम्मीद लेकर जा रहे हैं कि सरकार कुछ ना कुछ जरूर करेगी, क्योंकि काफी लंबा हो गया है और जो कल हमारी ट्रैक्टर परेड थी, वह भी काफी सफल रही है।

सरकार को समझ में आ गया होगा कि किसान एकजुट है और अपने आंदोलन को लेकर के पीछे हटने वाला नहीं है। तीनों कानून वापस हो और एमएसपी गारंटी कानून बने, इससे कम कुछ होगा नहीं। चाहे कितना भी लंबा संघर्ष करना पड़े।

राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के यूथ विंग के अध्यक्ष अभिमन्यु का कहना है कि सरकार को तीनों कानून तो वापस लेने ही होंगे और एमएसपी गारंटी कानून बनाना पड़ेगा। चाहे अब बनाएं या बाद में बनाएं। अगर सरकार जल्दी कोई फैसला नहीं लेती तो यह आन्दोंलन और तेज होगा।

कल सभी ने रिहर्सल देख ली होगी और यह आंदोलन सिर्फ कुछ लोगों का नहीं पूरे देश का आंदोलन है। आज की जो मीटिंग है, हम सकारात्मक सोच के साथ जाएंगे। पहले भी हम खुले मन से और सकारात्मक सोच से आए थे, लेकिन सरकार टालमटोल कर रही है।

किसान संगठनों और सरकार के बीच आज एक बार फिर विज्ञान भवन में बातचीत होनी है। किसानों की मांग तीनों कानूनों को वापस लेने, MSP पर गारंटी कानून बनाने की है। सरकार इनमें से MSP के मसले पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन कानून वापस लेने को तैयार नहीं है। सरकार और किसानों के बीच की चर्चा दोपहर 2 बजे होगी।

किसान आन्दोलन का आज 43वां दिन है इस दौरान सात दौर की बातचीत हो चुकी है। लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालकर ‘किसान आन्दोलन’ को और तेज़ कर दिया है।

इस बीच किसान आज एक बार फिर सरकार के साथ बातचीत की टेबल पर होंगे। जहा केंद्र सरकार अपने कदम पीछे खीचने को तैयार नहीं हैं वही दूसरी तरफ किसानों का कहना है कि वह तब तक आंदोलन पर बैठे रहेंगे जब तक तीन नए कृषि कानून हट नहीं जाते।