काली हुई दिल्ली की सांसें, 2100 जगहों पर जलाई गई पराली

राजधानी दिल्ली में लोगों का दम घुट रहा है। यहां सांसें खतरनाक हो गई है। बैन के बावजूद पटाखों के धुंए ने यहां की हवा को और घातकबना लिया तो वहीं पंजाब और हरियाणा में लगातार जलाए जा रही पराली की वजह से दिल्ली में प्रदूषण ‘बेहद गंभीर’ स्तर तक पहुंच गई है। शनिवार देर शाम दिल्ली की हवा बेहद जहरीली हो गई। सुबह 394 तक गिरा एयर इंडेक्स शाम को 403 हो गया।Image result for काली हुई दिल्ली की सांसें

पंजाब और हरियाणा में किसानों द्वारा पराली जलाने में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से दिल्ली में प्रदूषण की हालत खतरनाक स्तर पर पहुंचती जा रही है। सेटेलाइट तस्वीरों के मुताबिकपंजाब-हरियाणा में 2100 जगहों पर पराली जलाई गई। केंद्र द्वारा संचालित एजेंसी सफर के मुताबिक, सैटलाइट तस्वीरों में गुरुवार को 2100 जगहों पर आग जलती दिखी। इतनी आग इस सीजन में कभी नहीं जली थी। यह सिलसिला शुक्रवार और शनिवार को भी जारी रहा।

पड़ोसी राज्यों में जलाए जा रहे पराली की वजह से दिल्ली की सांसें काली हो गई है। वहीं EPCA ने प्रदूषण घटाने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों को सोमवार तक बढ़ा दिया है। सरकार ने दिल्ली-एनसीआर में निर्माण पर रोक, ईंट-भट्ठों समेत कोयला-बायोमास से चलने वाले उद्योगों पर बैन और मुंडका इंडस्ट्रियल एरिया में कामकाज पर रोक लगा दी है।

क्या है एयर क्वालिटी इंडेक्स

आपको बता दें कि वायु की गुणवत्ता को मापने का तरीका है। अगर हवा की गुणवत्ता 0 से 50 है तो वो अच्छी मानी जाती है। वहीं अगर हवा की गुणवत्ता 51 से 100 तो वो सामान्य है। वहीं 101 से 200 तक की हवा की गुणवत्ता मध्यम स्तर की मानी जाती है, जबकि 201 से 300 तक गुणवत्ता वाली हवा खराब और 301 से 400 तक वाली हवा बेहद खराब जबकि 401 से 500 चिंताजनक मानी जाती है।