प्रदेश प्रवक्ता जावेद उर्फी ने बोला कि केंद्र गवर्नमेंट अपनी नाकामी छुपाने के लिए धार्मिक मुद्दों को उछाल रही है, प्रदेश महासचिव मुकुंद तिवारी ने बोला कि राष्ट्र में बेरोजगारी बढ़ रही है पर मोदी गवर्नमेंट ने अभी तक बेरोज़गारी के मसले पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। कार्यकर्ताओं में शौकत अली, हसीब अहमद, रजिया सुल्तान, मो। शारिक, सुशील कुमार, जितेंद्र तिवारी, अजहर वारसी, सुरेश यादव, रजनीश पांडेय, राजेश निषाद, इशरत अली, केके अग्रहरि, इरफानुलहक, अनिल चौधरी, तालिब अहमद आदि शामिल थे।
कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी और शहर उत्तरी के पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह ने नोट बंदी के फैसला को पीएम नरेंद्र मोदी का अहंकारी, निष्ठुर और डिजिटल विदेशी-देशी कंपनियों को धंधा देने वाला बताया, उन्होंने बोला कि राष्ट्र की 86 फीसद करेंसी को एक रात में घोषणा कर बंद करना पूरी अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने वाला कदम था।