कश्मीर के बड़े नेता रहे इस इंजीनियर की विधानसभा में भाजपा विधायकों ने जमकर करी पिटाई

कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) समाप्त करने के बाद राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने पहली बार सबसे बड़ी कार्रवाई की है एनआईए ने नॉर्थ कश्मीर से स्वतंत्र रूप से चुनकर आए विधायक इंजीनियर राशिद (Engineer Rashid) को हिरासत में लिया है अनुच्छेद 370 हटने के बाद एनआईए ने पहली बार किसी सक्रिय नेता  विधायक को हिरासत में लिया है

इंजीनियर राशिद को टेरर फंडिंग के एक मुद्दे में हिरासत में लिया गया है राशिद से एनआईए पिछले एक सप्ताह से पूछताछ कर रही थी उनपर आरोप है कि कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने पाक से पैसे लिए पैसे दिने वालों में लश्कर ए तैयबा का मुखिया हाफिज सईद का नाम भी है
देश के सबसे बड़े शत्रु हाफिज सईद से पैसे लेकर इंजीनियर राशिद ने घाटी में गड़बड़ी फैलाने का कार्य किया अनुच्छेद 370 के खात्मे के बाद कानून  सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियातन तौर पर कश्मीर के 800 नेताओं को गिरफ्तार किया गया है एनआईए के पास इंजीनियर राशिद के विरूद्ध पुख्ता सबूत हैं

कश्मीर के बड़े नेता रहे हैं इंजीनियर राशिद
इंजीनियर राशिद कश्मीर के हंदवारा में लंगेट से विधायक हैं उन्हें कश्मीर के महान नेताओं में से एक माना जाता है 2008 में वो पहली बार सक्रिय पॉलिटिक्स में उतरे थे पहली बार में ही उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के बड़े नेता शरीफ दिन शरीक  पीडीपी के नेता मुहम्मद सुल्तान को हराया था 2015 में वो उसी विधानसभा क्षेत्र से एक बार फिर जीते वो जम्मू और कश्मीर आवामी एत्तिहाद पार्टी के सर्वेसर्वा हैं इंजीनियर राशिद के विरूद्ध NIA के पास पुख्ता सबूत हैंइंजीनियर राशिद ने सरकार डिग्री कॉलेज सोपोर से पढ़ाई की है उन्होंने 1991 में सरकार पॉलिटेक्निक कॉलेज से 3 वर्ष की डिप्लोमा इंजीनियरिंग की है वो जम्मू और कश्मीरकंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्य कर चुके हैं कार्य के दौरान उनकी छवि एक ईमानदार इंजीनियर की थी 2008 में कंस्ट्रक्शन इंजीनियर की जॉबछोड़कर उन्होंने पॉलिटिक्स में कदम रखा

2005 में इंजीनियर राशिक को एक आंतकवादी को सपोर्ट करने के आरोप में एसओजी ने हिरासत में लिया था उनपर देशद्रोही गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगा था बाद में श्रीनगर की न्यायालय ने मानवीय आधार पर उन्हें सारे आरोपों से रिहा कर दिया था उस वक्त इंजीनियर राशिद ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उनसे डेढ़ लाख रुपए लेकर उन्हें छोड़ा था डेढ़ लाख रुपए के लिए उन्हें अपनी गौ माता  कुछ जमीन बेचनी पड़ी थी

विधानसभा में हुई थी इंजीनियर राशिद की पिटाई

जम्मू और कश्मीर विधानसभा में इंजीनियर राशिद की भाजपा विधायकों ने पिटाई कर दी थी उन्होंने बीफ बैन होने के बावजूद सरकार सर्किट हाउस में बीफ पार्टी दी थी जिसकी वजह से भाजपा के नेता नाराज थे दिल्ली के प्रेस क्लब में भी उनपर काली स्याही फेंकी गई थी उन्होंने कश्मीर के उधमपुर में हुई एक लिचिंग की घटना पर विवादित बयान दिया था जिसकी वजह से उन्हें नाराजगी झेलनी पड़ी इंजीनियर राशिद बारामूला से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैंइंजीनियर राशिद पर अलगाववादियों के साथ सांठगांठ के पहले भी आरोप लगते रहे हैं वो कश्मीर में जनमत संग्रह के हिमायती रहे हैं उन्होंने बारामूला से लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन पराजय गए थे कश्मीर से पूर्व आईएएस अधिकारी  नेता शाह फैसल ने भी उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया था राशिद ने बड़ी-बड़ी रैलियां करके केन्द्र सरकार पर हमले किए थे लेकिन इसके बावजूद वो पराजय गए