करण ओबेरॉय के महिला से दुष्कर्म और ब्लैकमेल मामले में हैरानी वाली बात बोली महिका शर्मा

मुंबई की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने टेलीविजन अभिनेता व गायक करण ओबेरॉय को एक महिला से दुष्कर्म और उसे ब्लैकमेल करने के मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। पेशे से ज्योतिष महिला ने कहा था कि 2017 में करण ने शादी का झूठा वादा करके उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे ब्लैकमेल किया।

 

वहीं अब अभिनेता और गायक करण ओबेरॉय की जमानत पर गुरुवार को जिरह लगभग पूरी हो गई, इस मामले में आज फैसला सुनाया जा सकता है। मुम्बई स्थित दिंडोशी सत्र न्यायालय के जज एस. यू. बागेला ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद गुरुवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था, इस मामले के बीच अब टीवी इंडस्ट्री की बोल्ड अदाकारा महिका शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा है कि सहमति के साथ सेक्स के लिए रेप शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

महिका शर्मा ने इस बारे में बयान जारी करके कहा, ”मुझे समझ नहीं आता कि लोग आपसी सहमति से बने संबंधों को “बलात्कार” क्यों कहते हैं। दोनों पक्ष अपने रिश्ते का मजा लेते हैं और बाद में अपने रिश्ते को निभाने में नाकाम रहते हैं तो इसे बलात्कार का नाम देते हैं, ये हास्यास्पद है। एक बलात्कार पीड़िता, जिसके साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए जबरदस्ती की जाती है, उसका दर्द और स्थिति उन दो लोगों से पूरी तरह अलग होती है, जो परस्पर संबंध में होते हैं”

महिका शर्मा ने आगे कहा, ”इस तरह के फेक रिश्तों के लिए बलात्कार के बजाए कोई और शब्द इस्तेमाल होना चाहिए। उम्मीद है लोग मेरी इस बात से सहमत होंगे क्योंकि अगर हम इस तरह के केस में बलात्कार जैसा शब्द इस्तेमाल करते हैं तो इसकी गंभीरता कम होती है”

करन ओबेरॉय के केस को लेकर महिका ने कहा, ”मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकती लेकिन #Mentoo मूवमेंट जरूरी चीज नहीं थी, जबकि हमारे समाज में मर्दों के लिए पहले से ही पक्षपात है। मैं सिर्फ उस रिश्ते को बाद में रेप का नाम देने के खिलाफ हूं, जिसमें दोनों पहले अपनी मर्जी से साथ थे” माहिका शर्मा अपने ऐसे बिंदास बयानों के लिए जानी जाती हैं, उनका विवादों से भी नाता रहा है।