कैबिनेट में गुटीय, क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन बनाए रखने की कोशिशें अंतिम क्षणों तक जारी रही। वहीं समाचार है कि बसपा (बसपा) की अध्यक्षा मायावती की प्रदेश के नवनिर्वाचित CM कमल नाथ से चर्चा हुई है। हालांकि यह साफ़ नहीं हो पाया कि बीएसपी गवर्नमेंट का भाग होगी या नहीं। हालांकि मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए निर्धारित किए गए विधायकों के पास देर रात से ही शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए फोन आने लग गए थे।
इससे पहले दिल्ली में मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नामों को लेकर CM कमलनाथ, सिंधिया, दिग्विजय सिंह, एआईसीसी महासचिव दीपक बाबरिया की कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ दिन भर मीटिंग चली। प्रदेश के नेताओं की केंद्रीय पर्यवेक्षक एके एंटोनी के साथ भी मीटिंग हुई। पार्टी सूत्रों ने बताया कि सिंधिया अपने समर्थकों को मंत्रिमंडल में एक तिहाई संख्या देने व विभागों के बंटवारे पर भी जिद पर अड़े रहे, इस कारण देर शाम तक सूची में संशोधन किए जाते रहे। हालाँकि आखिरकार सूची निर्धारित हो गई है व आज कमलनाथ के कैबिनेट का गठन हो जाएगा।