कच्चे तेल की कीमतों में लगातार तेजी

आज डीजल (Diesel) के कीमत में बढ़ोतरी देखने को म‍िली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार (international market) में कच्चे तेल (Crude oil) की कीमतों में लगातार तेजी का असर पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की कीमतों पर देखने को मिला। शनिवार को पेट्रोल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ। लेकिन डीजल का भाव (Diesel price) 8 पैसे प्रति लीटर बढ़ा। दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत (Petrol price) 73 रुपये प्रति लीटर है। वहीं डीजल का भाव 8 पैसे बढ़कर 66.39 रुपये प्रति लीटर हो गया है।

पेट्रोल-डीजल का भाव

शन‍िवार को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 73 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 75.02 रुपये, मुंबई में 78.57 रुपये और चेन्नेई में 75.77 रुपये प्रति लीटर है। वहीं दिल्ली में डीजल का भाव 66.39 रुपये, कोलकाता में 68.13 रुपये, मुंबई में 69.48 रुपये और चेन्नई में 70.09 रुपये प्रति लीटर हो गई।

जबकि दूसरी ओर दिल्ली-एनसीआर स्थित नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में पेट्रोल की कीमतें क्रमश: 72.29 रुपए, 72.17 रुपए, 73.06 रुपए और 72.83 रुपए प्रति लीटर रहीं। और तो पेट्रोल के दाम चंडीगढ़, लखनऊ, पटना, भोपाल, इंदौर में क्रमश: 68.96 रुपए, 72.13 रुपए, 76.93 रुपए, 76.02 रुपए और 76.08 रुपए प्रति लीटर दर्ज किए गए।

बता दें कि क्रूड इस साल 32 फीसदी महंगा-इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड (Brent crude) की कीमतें इस साल अब तक करीब 32 फीसदी तक बढ़ चुकी हैं।1 जनवरी को क्रूड का भाव 54 डॉलर प्रति बैरल था जो 72.10 डॉलर (Dollar) प्रति बैरल पहुंच गया। वहीं एक साल में भी यह करीब 9 फीसदी महंगा हो चुका है।

दुनिया के दूसरे सबसे बड़े क्रूड यूजर चीन की ओर से भी डिमांड बढ़ी है, जिसका असर कीमतों पर दिखा है। यूएस में पिछले हु्ते करीब 31 मिलियन बैरल सप्लाई घटकर 452.7 मिलियन बैरल ही रही। अगर ऐसा हुआ तो आने वाले 1.5 से 2 महीने में ब्रेंट क्रूड 76 से 78 डॉलर तक महंगा हो सकता है। डबल्यूटीआई क्रूड (WTI Crude) के भाव भी 68 डॉलर तक जा सकते हैं।

बता दें कि हर 15 दिन पर कीमतें रिवाइज होने की पुरानी व्यवस्था एक अप्रैल 2002 को शुरू हुई। इसके तहत पिछले 15 दिन में इंटरनेशनल मार्केट (international market) में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव और इंटरनेशनल मार्केट में रुपए की कीमतों के आधार पर कीमतों में यह बदलाव किया जाता था। दरअसल सरकार पेट्रोलिेयम पदार्थों को नियंत्रण मुक्‍त करना चाहती थी। इसी के चलते पहले हर 15 दिन पर और बाद में रोजना आधार पर कीमतों में बदलाव की व्‍यवस्‍था को लागू किया गया।