ऐसे दौरे की स्थिति में राजस्व से मेजबान राष्ट्र को मिलता है लाभ 

बीसीसीआई के विरूद्ध पीसीबी के मुआवजे के दावे को खारिज करने वाली आईसीसी की टकराव समाधान समिति ने बोला है कि वह पाक है जिसे दोनों राष्ट्रों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट की आवश्यकता है जबकि हिंदुस्तान की शायद खेलने की ख़्वाहिश है आईसीसी की समिति ने अपने 26 पन्ने के निर्णय में विस्तार से बताया है कि आखिर क्यों उसने 2015 से 2023 के बीच छह द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलने के लिए पीसीबी के बीसीसीआई के विरूद्ध 447 करोड़ रुपये के मुआवजे के दावे को खारिज किया

समिति ने कहा, ‘‘भारत के किसी भी पाक दौरे की स्थिति में पीसीबी आपूर्तिकर्ता था ऐसे दौरे की स्थिति में राजस्व से मेजबान राष्ट्र को लाभ होता है दिवालिया चुनने की स्थिति में नहीं होता  निश्चित तौर पर पीसीबी दिवालिया नहीं है लेकिन जैसा कि (सुभान) अहमद (पीसीबी सीओओ) ने बोला कि इस दौरे को छोड़ने से निश्चित तौर पर हमारी वित्तीय स्थिति पर प्रभावपड़ेगा ’’

यह है दोनों बोर्ड के रवैये में अंतर
समिति ने कहा, ‘‘पीसीबी के अपने शब्दों में हिंदुस्तान के अतिथि के रूप में द्विपक्षीय दौरे विश्व क्रिकेट की सबसे अधिक इनामी राशि है ’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके उल्टा आधुनिक युग में विश्व क्रिकेट में दबदबे वाली ताकत बीसीसीआई के लिए पाक के विरूद्ध खेलना महत्वपूर्ण नहीं है बीसीसीआई की संभवत: ख़्वाहिश हो सकती है लेकिन वह पीसीबी है जिसे इसकी आवश्यकता है ’’ पैनल ने दोनों पड़ोसी राष्ट्रों के बीच तनावपूर्ण रिश्तों पर भी गौर किया

आतंकी घटनाओं का भी दिया गया हवाला
समिति ने कहा, ‘‘मार्च 2015 में जम्मू व कश्मीर के पुलिस थाने पर बड़ा आतंकवादी हमला हुआ जिसमें कई सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई जुलाई 2015 में पंजाब के गुरदासपुर में एक अन्य हमला हुआ जिसमें कई सुरक्षाकर्मियों  नागरिकों ने अपनी जान गंवाई ’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगस्त 2015 में जम्मू व कश्मीर के उधमपुर में एक  घटना हुई माना जाता है कि ये हमले पाक स्थित आतंकी संगठनों ने किए पीसीबी को इन दशा की संभावित दौरे पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी थी ’’

शहरयारखान के खत का भी उल्लेख 
समिति ने यहां तक कि तत्कालीन पीसीबी अध्यक्ष शहरयार खान के 2015 में पाक के पीएम को लिखे लेटर का भी हवाला दिया समिति ने कहा, ‘‘पीसीबी अध्यक्ष के 20 अगस्त 2015 को पाक के पीएम को लिखे लेटर के अनुसार: ऐसा लगता है कि हिंदुस्तान गवर्नमेंट सीमा पर तनावपूर्ण माहौल, लखवी को रिहा किए जाने, गुरदासपुर की घटना के बाद यह कहते हुए हिंदुस्तान को पाक के साथ खेलने की स्वीकृति नहीं देगी कि मौजूदा दशा में क्रिकेट सीरीज अनुचित होगी ऐसे में आसार है कि हिंदुस्तान पाक के विरूद्ध सीरीज खेलने की अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करने पर सहमत नहीं हो ’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनकी (पीसीबी प्रमुख) निराशा उचित थी ’’

यह था पूरा मामला
पीसीबी ने बीसीसीआई पर एमओयू का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाते हुए 447 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की थी इस एमओयू के तहत हिंदुस्तान को 2015 से 2023 के बीच पाक से छह द्विपक्षीय सीरीज खेलनी थी बीसीसीआई ने इसके जवाब में बोला था कि वह इस कथित एमओयू को मानने के लिए बाध्य नहीं है यह कोई मायने नहीं रखता क्योंकि पाक ने हिंदुस्तान द्वारा सुझाए आईसीसी के राजस्व माडल पर समर्थन की प्रतिबद्धता पूरी नहीं की