एवरेस्ट फतह करने की होड़ में हो रही है लोगो की मौत, अब और भी बढ़ी ये समस्या

दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने की होड़ ने वहां ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ा दी, जो लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है.

सोमवार को माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने के बाद एक अमेरिकी पर्वतारोही की मृत्यु हो गई. जबकि भारतीय पर्वतारोही अमीशा चौहान की ठंड के कारण हालत गम्भीर बनी हुई है. इस सीजन में अब तक 15 लोगों की मृत्यु हो चुकी है.

मृतक अमेरिकी पर्वतारोही की पहचान 62 वर्ष के क्रिस्टोफर कुलिश के तौर पर हुई. उनके भाई मार्क कुलिश ने बताया कि क्रिस्टोफर को सावधानियों के बारे में पता नहीं था. उन्होंने 7 लोगों के दल के साथ 8850 मीटर ऊंटी चोटी फतह की थी. लौटते समय सोमवार को कैम्प में उनकी मृत्यु हो गई.

नेपाल सरकार ने इस सीजन में रिकॉर्ड 381 परमिट जारी किए हैं. नेपाल सरकार एक परमिट के 11 हजार डॉलर (करीब 7.66 लाख रुपए) वसूलती है. यह सरकार के राजस्व का बड़ा स्त्रोत है. परमिट की शर्त होती है कि आदमी को पूरी तरह से प्रशिक्षित होना चाहिए. लेकिन 381 में आधे से ज्यादा लोग ऐसे हैं, पूरी तरह से प्रशिक्षित भी नहीं है. इन लोगों को सावधानियों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है. यही उनके लिए जानलेवा साबित होता है.

रिपोर्ट के मुताबिक, बेकार मौसम  ऑक्सीजन की कमी के कारण पिछले दो हफ्ते में 10 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. अब भी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए लोगों की लंबी कतार लगी हुई है. शेरपा के मुताबिक, ज्यादातर लोग खुद की लापरवाही के कारण ही जान गंवाते हैं. वे ऑक्जीन का ध्यान नहीं रखते, कुछ तो खतरनाक स्थान पर जाकर सेल्फी लेने लगते हैं.