एलन गार्सिया ने गिरफ्तारी से बचने के लिए खुद को मारी गोली

एक चौंका देने वाली घटना में पेरू के पूर्व राष्‍ट्रपति एलन गार्सिया ने गिरफ्तारी से बचने के लिए खुद को गोली मार ली। राजधानी लीमा में अस्‍पताल में इलाज के दौरान गार्सिया की मृत्‍यु हो गई। बुधवार को यह घटना कोर्ट के आदेश के कुछ घंटों बाद ही हुई। गार्सिया एक घूस कांड में दोषी पाए गए थे। कोर्ट ने अपने फैसले में उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। गार्सिया 69 वर्ष के थे।

दो बार बने पेरू के राष्‍ट्रपति

गार्सिया दो बार पेरू के राष्‍ट्रपति चुने गए थे और उन्‍हें लेफ्ट पार्टी का एक फायरब्रांड नेता माना जाता था। पेरू में उन्‍हें एक ऐसा नेता के तौर पर माना जाता है जिन्‍होंने देश में विदेश निवेश और फ्री ट्रेड को बढ़ावा दिया। लेकिन उन पर भ्रष्‍टाचार के आरोप लगे और इन आरोपों से हमेशा वह इनकार करते आए थे। भ्रष्‍टाचार के आरोपों ने गार्सिया को खासा निराश कर दिया था। गार्सिया को एक महान वक्‍ता के तौर पर भी लोग याद रखते हैं। गार्सिया ने साल 1985 से 1990 तक देश पर शायन किया। इसके बाद साल 2006 में उन्‍हें फिर से पांच वर्ष देश पर शासन करने का मौका मिला। गार्सिया उन नौ लोगों में शामिल थे जिनकी गिरफ्तारी का आदेश कोर्ट ने दिया था। गार्सिया पर ब्राजील की कंस्‍ट्रक्‍शन कंपनी ऑडेब्रेश्‍ट से घूस लेने के आरोप लगे थे।

पेरू में भ्रष्‍टाचार का सबसे बड़ा मामला

यह घूसकांड लैटिन अमेरिकी देश पेरू में भ्रष्‍टाचार का सबसे बड़े मामला बन गया था। कंपनी ने साल 2016 में यह बात स्‍वीकार की थी कि उसने आकर्षक कॉन्‍ट्रैक्‍ट्स हासिल करने के लिए राजनेताओं को भारी मात्रा में घूस दी थी। गार्सिया की पार्टी ने उनकी मृत्‍यु का ऐलान किया। कासीमिरो उलोआ हॉस्‍पिटल में उनका इलाज चल रहा था। यहां पर तीन बार उन्‍हें कार्डियक अरेस्‍ट आया और उनकी इमरजेंसी सर्जरी करनी पड़ी। अस्‍पताल के बाहर अपने पूर्व राष्‍ट्रपति की मौत की खबर सुनने के लिए जनता की भारी भीड़ इकट्ठा थी। राष्‍ट्रपति मार्टिन विजकारा ने कहा है गार्सिया की मौत की खबर सुनकर वह स्‍तब्‍ध हैं।