एयरहोस्टेस से थे नाजायज संबंध, इस वजह पायलट ने जानबूझ कर प्लेन को किया था क्रैश

हादसे के दिन पायलट जाहिरी शाह का उनकी पत्नी से विवाद हुआ था. इसके बाद वो ड्यूटी पर आए थे. कंट्रोल रूम से संपर्क टूट जाने के बाद उन्होंने विमान की ऊंचाई बढ़ाई और वहां से विमान को सीधे हिंद महासागर में गिरा दिया.

द अटलांटिक की रिपोर्ट में विशेषज्ञ विलियम लैंगविशे ने बताया है कि हादसा शाह के परेशान निजी जीवन का परिणाम था. उन्होंने बताया कि रात को 1.10 बजे विमान अचानक लापता हो गया. उस वक्त विमान लगभग 35,000 फीट की ऊंचाई पर था.

चार साल पहले लापता हुए मलेशिया एयरलाइंस के विमान एमएच-370 की कोई खबर अब तक नहीं मिली है. आज भी विमान की तलाश की जा रही है. इस बीच मलेशिया के मीडिया हाउस द अटलांटिक की रिपोर्ट सामने आई है जिसमें यह दावा किया गया है कि कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहे मलेशिया एयरलाइंस के विमान एमएच-370 के पायलट जाहिरी शाह ने जानबूझ कर प्लेन को क्रैश किया था.

रिपोर्ट में पायलट जाहिरी शाह के दोस्त ने दावा किया गया है कि जाहिरी शाह का पत्नी से विवाद चल रहा था. वो डिप्रेशन में थे. उनकी मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी. इसलिए वो प्लेन को 40,000 फीट ऊंचाई पर ले गए. जबकि मास्क 13 हजार फीट पर इमरजेंसी में ही काम आते हैं. पायलट जाहिरी शाह ने को-पॉयलट को भी कॉक पिट से चतुराई से बाहर भेज दिया था. उनके दोस्त ने बताया कि जाहिरी शाह के कई क्रू मेंबरों के साथ अफेयर थे. यह बात उसकी पत्नी को भी पता थी. इसलिए उनके बीच विवाद होता रहता था.

फिर 1.21 बजे विमान रडार से गायब हो गया. वहीं, इलेक्ट्रिकल इंजीनियर माइक एक्सनर का कहना है कि विमान हवा में 40,000 फीट की ऊंचाई पर चढ़ गया जिससे केबिन में आक्सीजन की कमी हो गई और शायद वहां बैठे सभी यात्रियों की मौत हो गई थी.