एक महिला ने टिकटॉक के लिए अपने पति व बेटी तक को ठुकरा दिया, 15 सेकेंड का वीडियो बना रहा स्टार 

झारखंड के जमशेदपुर में टेल्को निवासी एक महिला को टिकटॉक की ऐसी लत लगी कि वह अपने पति  बेटी तक को भूल गयी है. उसने अपने पति को ठुकरा दिया है.

टिकटॉक वीडियो बनाने के लिए वह कई-कई दिनों तक घर से बाहर रहती है. पति समझाने की प्रयास करता है तो हाथापाई पर उतारू हो जाती है. इस बात की शिकायत टेल्को निवासी रोशन शाह ने एसएसपी से की है.

रोशन ने एसएसपी को लिखित शिकायत में बोला है कि उसकी पत्नी के फोन में कॉल रिकॉर्डर है. उसने उसमें किसी दूसरे पुरुष से उसकी वार्ता सुनी है. उसमें वह अश्लील बातें करती है.जब उसे इसके बारे में पूछा गया तो वह हाथापाई पर उतारू हो गई  कहने लगी कि उसकी मर्जी है, वह जो भी करे. उसने अपने पति को घर से निकल जाने को कहा.

पति का आरोप है कि उसकी पत्नी टिकटॉक में वीडियो बनाती है. उसे वह यू-ट्यूब में भी डालती है. इसके लिए वह दो से तीन दिनों तक घर से बाहर रहती है. घर में नहीं रहने का कारण पूछने पर कहती है कि वह पैसे कमा रही है. उसकी बेटी ने भी बताया कि मां उसके पिता से हाथापाई करती है. घर में झगड़ा करती है. बेटी एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ती है. रोशन ने एसएसपी को दिए आवेदन में पत्नी के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है.

15 सेकेंड का वीडियो बना रहा स्टार 
टिकटॉक एक ऐसा मोबाइल एप है जिसका प्रयोग कर यूजर्स शॉर्ट वीडियो बनाते हैं, जिस पर म्यूजिक, लिक सिंकिंग, डांसिंग या एक्टिंग आदि को रिकॉर्ड कर सकते हैं. इसे उपयोग करना इतना सरल है कि छोटे टाउन  गांव के लोग भी इसे खूब पसंद कर रहे हैं. टिकटॉक रातोंरात स्टार बना देता है. इधर आपने 15 सेकेंड का वीडियो डाला  अगले दिन आपके लाखों फॉलोवर बन सकते हैं. टिकटॉक में प्रचलित वीडियो की वजह से ही कई लोग तो बहुत कम समय में ही सोशल सेलेब्रिटी बन गये. यही वजह है कि युवाओं  बेरोजगारों में इसकी लोकप्रियता ज्यादा बढ़ रही है.

क्या है टिकटॉक
टिकटॉक मशीनों की संसार में इंसानों के प्रवेश की तरह है. यहां सब कुछ है, फ्री है  वीडियो बनाने के लिए हर तरह की सरल सुविधा है. साउंड खोजना हो, एडिटिंग करनी हो, वीडियो, गाने या कुछ भी खोजना हो सब सरलता से उपलब्ध है. इसके लिए किसी ट्रेनिंग की जरूरत नहीं है. आप अपने वीडियोज जैसे चाहें बना सकते हैं. वीडियोज़ देखने के लिए टैप करने की आवश्यकता नहीं है. इंस्टाग्राम स्टोरीज के वीडियोज की तरह ये आयताकार न होकर लंबी हैं  इन्हें ऊपर-नीचे स्क्रॉल किया जाता है. इसमें फेसबुक या ट्विटर की तरह सोचना नहीं है कि क्या करें, किसको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजें, क्या देखें क्या न देखें, एप्लिकेशन खोलते ही आपको वीडियोज़ का समंदर दिखेगा. जैसे-जैसे आप वीडियोज देखते जाएंगे, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आपकी रुचि के बारे में जानकारी लेती जाएगी  लगातार वीडियोज दिखाती चली जाएगी.

यह लत है गलत
साइबर के जानकार बताते हैं कि स्मार्ट फोन  सोशल मीडिया की संसार में टिकटॉक तेजी से फैलती एक महामारी की तरह है. एक बार जिसको इसकी लत लग जाये वह इससे जल्दी मुक्ति नहीं पा सकता. उसे किसी  कार्य में मन नहीं लगता. वह सिर्फ इसी संसार में खोया रहता है. इसलिए मनोरंजन के स्तर तक तो अच्छा है, लेकिन इसकी लत न लग जाये, इसका ध्यान रखें.