एक बार फिर भारत और नेपाल के बीच हुआ ये, भारी संख्या में सेना हुई तैनात , पूरी तैयारी में…

इसके अलावा भौरा के पांच किमी के दायरे में अभी हल्दू, रौतगड़ा, जमतड़ी में बीओपी बनी है। वहीं अमतड़ी के पास भी गेठीगाड़ा और सुनखोली में बीओपी हैं। अगले चरण में चोरा, द्वालीसेरा और ढुंगातोली में बीओपी प्रस्तावित हैं। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है।

 

ऐसे में भारत सीमा विवाद के बाद नेपाल ने सीमा पर बड़ी तादात में बीओपी बनाने का काम शुरू किया है। जिस पर सीमा पर नेपाल की सक्रियता देखते हुए भारत ने भी इस पर काम करना शुरू कर दिया।

सीमा पर भौरी के फेरीघाट, अमतड़ी में बीओपी के भवनों का काम शुरू हो गया है। बीओपी बनने के बाद सीमा पर नियमित गश्त, मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक, ट्यूब से अवैध तरीके से होने वाली घुसपैठ पर रोक के साथ सीमा पार होने वाली प्रत्येक गतिविधि पर आसानी से नजर रखी जा सकेगी।

नेपाल सीमा पर हर बीओपी में एक प्लाटून में 40 अधिकारी और जवान तैनात रहेंगे। सामने आई जानकारी के अनुसार, 83 लाख रुपये की लागत से चार भवन बनेंगे। भवनों के निर्माण का काम ए क्लास ठेकेदार पूरन सिंह धारियाल कर रहे हैं। साथ ही जवानों के रहने के लिए भवनों में बैरक, कमांडर बैरक, किचन कम डाइनिंग हॉल, शौचालय और बाथरूम बनेगा।

नेपाल बॉर्डर पर अपनी सुरक्षा पहले से और अधिक मजबूत करने के लिए सशस्त्र सीमा बल(SSB) महाकाली नदी के किनारे पांच बॉर्डर आउट पोस्ट(BOP) बनाएगा। इसके लिए गृह मंत्रालय ने भौरा, अमतड़ी में राज्य सरकार से जमीन खरीदकर भवन बनाने का काम शुरू कर दिया है।

सशस्त्र सीमा बल(SSB) नेपाल सीमा पर प्रत्येक पांच किमी दूरी पर एक बीओपी(BOP) बनाएगा। इस समय 55वीं वाहिनी बटालियन के पास 13 बीओपी हैं। जोकि नेपाल से लगने वाली महाकाली नदी के किनारे अब 5 नए बीओपी बनाए जा रहे हैं।