एक्टर शाहिद कपूर ने एक साक्षात्कार के दौरान कहा फिट रहने के लिए करते है ये काम

एक्टर शाहिद कपूर ने एक साक्षात्कार के दौरान फिटनेस, संबंध विच्छेद  विवाह पर खुलकर बात की. वहीं उन्होंने व्यक्तिगत जिंदगी से जुड़े कई राज भी खोले,

शाहिद कपूर इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म ‘कबीर सिंह’ की प्रोमोशन के लिए चंडीगढ़ आए. फिल्म में उनके साथ कियारा आडवाणी मुख्य किरदार में हैं. साक्षात्कार में एक्टर ने अपनी जिदंगी के कई बातें शेयर कीं. शाहिद ने बोला कि आज भी मुझे लोग पंकज कपूर के बेटे के नाम से ही जानते हैं. लोग पूछते हैं कि आपने अपने पापा से एक्टिंग के गुर सीखे हैं तो मेरा उनसे बोलना है, मेरे पिता एक्टिंग की पूरी किताब हैं. वह मेरे लिए आर्दश हैं. उनकी बराबरी करने की कभी सोच नहीं सकता हूं.

शाहिद कपूर ने बोला कि चंडीगढ़ उनके पसंदीदा शहरों में एक है. मेरा परिवार पंजाब से है. जब कभी चंडीगढ़  पंजाब आना होता है तो बहुत ज्यादा खुशी होती है. मैं खुद पंजाबी हूं. डैड लुधियाना में रहे हैं. वह राधास्वामी हैं  उनके सास ससुर अमृतसर के पास राधास्वामी डेरे में रहकर ही सेवा करते हैं. पत्नी मीरा से मुलाकात डेरा ब्यास में ही हुई थी. हम पति-पत्नी मीरा का वहां आना जाना लगा रहता है. वहां पर मन को बहुत ज्यादा सुकून मिलता है.

शाहिद कपूर ने बोला कि फिल्मों में अब बैकफुट का जमाना चला गया. क्रिकेट की तरह अब फिल्मों में भी फ्रंट फुट खेलने का समय आ चुका है. लोगों की सोच अब बदलने लगी हैं. दर्शक अब कुछ नया देखना चाहते हैं. मैंने पहले लव स्टोरी पर कई मूवी की. उसके बाद कमीने, हैदर, उड़ता पंजाब जैसी फिल्में कीं. वो फिल्में सबसे अलग थीं. इन मूवी को करने से मेरे एक्टिंगमें निखार आया. लोगों ने मेरे एक्टिंग का स्वीकार किया.

शाहिद ने बोला कि जिस फिल्म की स्टोरी मेरे दिल को छू जाए  समाज को कुछ न कुछ संदेश दे, उसे करने में देरी नहीं करता. अगर कोई यह कहता है कि फिल्म बैनर की वजह से हिट हुई तो यह बिल्कुल आधारहीन है. पहले दौर था जब बैनर को ज्यादा तरजीह मिलती थी. अब बैनर से फर्क नहीं पड़ता. आजकल जो स्टार बनते हैं वो असलियत में अपनी फिल्मों की सलेक्शन की वजह से. किसी तरह के सिनेमा का आप भाग बने हैं वो अर्थ रखता है.

शाहिद कपूर ने संबंध विच्छेद के दौरान हुए अपने बुरे अनुभवों को भी शेयर किया. शाहिद ने बताया कि अब तक की जिंदगी में वह उस दौर से भी गुजर चुके हैं, जब दिल टूटा  तनाव का माहौल बन गया. संबंध विच्छेद के बाद इंसान खुद को नुकसान पहुंचाने लगता है. शाहिद ने इस कठिन दौर से निकलने के रास्ते भी सुझाए. उन्होंने बोला कि इन निगेटिव भावनाओं से उबरने का एक उपाय यह है कि आप अपने कार्य में पूरी तरह से जुट जाएं, जिससे आप खुद को संभाल सकेंगे.

शाहिद ने बोला कि जब बच्चों के साथ रहता हूं, तो वक्त का पता ही नहीं लगता. अकसर लोगों को कहते सुना है विवाह के बाद जिंदगी थम जाती है. ऐसा नहीं है, बल्कि मैं विवाह को खुद इंडोर्स करता हूं. विवाह के बाद मेरी जिंदगी में अच्छा परिवर्तन आया. एक पिता होने के अर्थ पता लगे हैं. खास लम्हा होता है, जब अपने बेटे के साथ में खेलता हूं. अच्छा  पॉजिटिव लगता है. मेरी बेटी अपनी मां से बहुत ज्यादा जुड़ी हुई है.

शाहिद ने बोला कि मैं शाकाहारी हूं. शराब को हाथ तक नहीं लगाता. ज्यादातर हेल्दी चीजें खाता हूं. शाकाहारी होने से एग्रेशन नहीं आता. दिल दिमाग शांत रहता है. वेजिटेरियन रहकर शांत बन सकते हैं. शाहिद ने बताया कि नारियल का दूध का एक कटोरा आम जरूर लेते हैं. उनके खाने में हरी सब्जियां  फल विशेष तौर पर रहती हैं. मसल्स बढ़ाने के लिए शाहिद प्रोटीन सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल करते हैं. दिन भर में वे कम से कम पांच से छह बार खाते हैं.