उन्नाव रेप कांड में CBI ने पूरी की अपनी जांच, कुलदीप सिंह सेंगर से अलग है यह हैरान कर देने वाला मामला

उन्नाव रेप कांड में CBI ने अपनी जांच पूरी कर ली है। कुछ दिन पहले CBI ने दिल्ली के AIIMS में एडमिट पीड़िता का बयान दर्ज किया था। पूछताछ में CBI ने कानपुर के उस मकान की भी सूचना ली, जिसमें पीड़िता को बंधक बनाकर गैंगरेप किया गया था।

गैंगरेप के तीनों आरोपियों शुभम सिंह, नरेश तिवारी व बृजेश यादव के विरूद्ध जांच की तैयार हो चुकी है। CBI टीम जल्द ही राजधानी लखनऊ के CBI कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल करने की तैयारी में है। ये मामला एमएलए (विधायक) कुलदीप सिंह सेंगर के मामले से अलग है। इसे 20 जून 2017 में दर्ज कराया गया था।

मामले में इन तीनों आरोपियों को पहले अरेस्ट किया गया था, लेकिन बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया था। पीड़िता के अपहरण का केस दर्ज होने के बाद अगले दिन उसे यूपी के औरैया जिले से मुक्त कराया गया था। बाद में पीड़िता ने बयान दर्ज कराया था कि अपहृत करने के बाद उसे कानपुर के एक मकान में रखा गया और वहां पर उसके साथ गैंगरेप किया गया। बाद में उसे बेच दिया गया था।

पीड़िता से गैंगरेप के मामले में एमएलए कुलदीप सिंह सेंगर और अन्य के विरूद्ध भी मुकदमा चल रहा है। सेंगर और शशि सिंह के विरूद्ध धारा 120 बी, 363, 366, 376 और 506 के अंतर्गत CBI पहले ही आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। CBI ने दूसरी चार्जशीट पांच आरोपियों अतुल सिंह सिंगर, विनीत सोनू, शशि सिंह के विरूद्ध दर्ज की थी, जिसमें हत्या का भी मामला है।