पोप फ्रांसिस ने शुक्रवार को संकल्प लिया कि कैथोलिक चर्च अब आगे से उत्पीड़न के आरोपों को हमेशा ‘‘गंभीरता व तत्परता’’ से लेगा। उन्होंने उत्पीड़न करने वालों से खुद को पुलिस के हवाले
पोप ने वेटिकन में चर्च के प्रमुख संचालन समूह से सलाना संबोधन में कहा,‘चर्च कभी चुप्पी साधने का कोशिश नहीं करेगा व हर मामले को गंभीरता से लेगा। ‘ उन्होंने कहा,‘यह स्पष्ट होना चाहिए कि इन आरोपों के संबंध में, चर्च इन अपराधों को अंजाम देने वालों को सजा देने के लिए महत्वपूर्ण हरसंभव कोशिश करेगा। ’
बाल यौन उत्पीड़न मामलों के कारण संसार भर में करीब सवा अरब अनुयायियों वाला रोमन कैथोलिक चर्च विवादों में है। पोप ने बुधवार को ही एक नाबालिग के ‘उत्पीड़न’ को लेकर एक अमेरिकी बिशप का त्याग पत्र स्वीकार किया था।
‘यह अब फिर से कभी नहीं होगा’
पोप ने बोला कि इससे मना नहीं किया जा सकता कि अतीत में कुछ लोग गैरजिम्मेदारी, अविश्वास, प्रशिक्षण की कमी, अनुभवहीनता के कारण कई मामलों से गंभीरता व तत्परता से नहीं निपटे।
उन्होंने कहा,‘यह अब फिर से कभी नहीं होगा। यह पूरे चर्च की पसंद व निर्णय है। ’ पोप ने यह भी आह्वान किया कि पादरियों सहित जिसने भी बच्चों का उत्पीड़न किया है, वह खुद को कानून के समक्ष सेरेण्डर कर दें।