जिस महिला से मिलने के लिए अवैध रूप से बॉर्डर पार करके भारतीय नागरिक हामिद नेहाल अंसारी पाकिस्तान पहुंच गए थे, एक पाकिस्तानी कोर्ट में उसकी गवाही दर्ज की गई थी। इस महिला की गवाही हामिद अंसारी को बेकसूर साबित कराने के लिए दर्ज कराई गई थी। हालांकि दोनों को कभी एक-दूसरे से मिलने का मौका नहीं मिला था। विदेश मंत्रालय की ओर से गुरुवार को इस बात की जानकारी दी गई। मंगलवार को हामिद पाकिस्तान से छह वर्ष की सजा काटकर अपने देश वापस लौटे हैं। हामिद को पेशावर की सेंट्रल जेल में रखा गया था।
लड़की ने बताया कि उससे ही मिलने आए थे हामिद
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, ‘जिस लड़की से मिलने हामिद पाकिस्तान गए थे, उन्हें हामिद के लिए गवाही देने के लिए बुलाया गया था। उस लड़की ने कोर्ट को बताया था कि वह उससे मिलने आए हैं लेकिन इसके बाद भी उन्हें जेल में डाल दिया गया था।’ 33 वर्षीय अंसारी को नवंबर 2012 में पाकिस्तान की पुलिस ने गैर-कानूनी तरीके से पाकिस्तान में दाखिल होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। हामिद अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान में दाखिल हुए थे। फेसबुक पर एक महिला से हुई दोस्ती के बाद वह उससे मिलने पाक पहुंचे थे। तीन वर्ष तक उन्हें जेल में एकदम अकेला रखा गया था। इसके बाद दिसंबर 2015 में मिलिट्री कोर्ट ने उन पर जासूसी और जाली आईडी रखने का आरोप लगाकर, कैद की सजा सुनाई।
सुषमा ने पूछी हामिद से उसकी कहानी
रवीश कुमार ने बताया मंगलवार को देश वापस आने के बाद अंसारी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को पाकिस्तान पहुंचने की सारी कहानी बताई। सुषमा ने हामिद से इस बारे में जानना चाहा था। हामिद ने उन सारी परिस्थितियों के बारे में बताया जिसकी वजह से वह पाकिस्तान पहुंचे। हामिद ने बताया कि कैसे उन्हें ऑनलाइन मिली एक लड़की से प्यार हो गया और फिर वह बॉर्डर पारकर पाक पहुंच गए। यहां पर उन्हें जासूस होने के शक में गिरफ्तार कर लिया गया। जो लोग अंसारी के केस से परिचित हैं, उन्होंने बताया कि हामिद ने कभी इस महिला से मुलाकात नहीं की। हामिद ने सोचा था कि वह अफगानिस्तान जाएंगे और फिर यहां से पाकिस्तान में दाखिल होंगे क्योंकि उनकी वीजा एप्लीकेशन को खारिज कर दिया गया था।
एक पेपर पर हामिद से कराए गए साइन
सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार होने के बाद अंसारी से एक पेपर पर साइन कराए गए थे जिस पर कुछ ऐसी भाषा में लिखा था, जिसे अंसारी पढ़ नहीं सकते थे। इसके बाद ही उन पर जासूसी का आरोप लगा था। गुरुवार को हामिद अपने गृहनगर मुंबई पहुंच गए। यहां पर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए हामिद ने बताया कि छह वर्षों में उन्होंने तीन अहम सबक सीखने को मिले हैं। हामिद ने जो तीन सबक सीखे और सबको इन्हें मानने का अनुरोध किया है। हामिद ने बताया-कभी फेसबुक पर किसी का भरोसा मत करिए, अपने माता-पिता से झूठ मत बोलिए और अपनी सरकार में भरोसा रखिए। हामिद अब सब-कुछ भूलकर अब आगे बढ़ना चाहते हैं। इसके अलावा अब वह अपने लिए नौकरी के अलावा जीवनसाथी भी तलाशेंगे। हामिद अब शादी करके अपनी जिंदगी में आगे बढ़ना चाहते हैं।