इस नेता ने राहुल गाँधी को अपने खून से लिखा पत्र, जानिए कैसे…

 कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देने के बाद अब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर अब त्याग पत्र वापसी का दबाव है.

इसके लिए बिहार के कुछ नेताओं-कार्यकर्ताओं ने पहले तो खून से लेटर लिखा, लेकिन जब इससे बात नहीं बनी तो अब कुछ कार्यकर्ताओं ने पोस्‍टर लगा आत्मदाह की चेतावनी दे डाली हैं. इसके लिए 11 जुलाई की तिथि तय की गई है.

विदित हो कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में पराजय की जिम्‍मेदारी लेते हुए राहुल गांधी बीते 25 मई को अध्यक्ष पद से त्याग पत्र दे दिया था. राहुल गांधी के त्याग पत्रवापस नहीं लेने के बाद कई  वरिष्ठ नेताओं ने भी अपने पद से त्याग पत्र दे दिया. राहुल पर इस्‍तीफा वापसी का दबाव है. हालांकि, वे अपने निर्णय पर अड़े हुए हैं.

पोस्‍टर लगा इस्‍तीफा वापसी का दबाव

बुधवार को कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं ने पोस्‍टर के माध्‍यम से राहुल गांधी से इस्‍तीफा वापस लेने का आग्रह करते हुए उनके ऐसा नहीं करने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है. बता दें कि बीते 6 जुलाई को एक पोस्टर लगाया था, जिसमें 11 जुलाई को एक दर्जन कार्यकर्ताओं ने आत्मदाह की चेतावनी दी थी.

इन्‍होंने दी आत्‍मदाह की चेतावनी

पोस्टर में लिखा है कि राहुल गांधी अपने इस्तीफे पर विचार करें, वरना 11 जुलाई को 16 कांग्रेसी कार्यकर्ता बिहार कांग्रेस पार्टी मुख्‍यालय सदाकत आश्रम में आत्मदाह कर लेंगे.आत्‍मदाह की चेतावनी देने वालों में ई वेंकटेश रमण, वरुण शर्मा, विजय कुमार देव, राजीव कुमार, राकेश कुमार मुन्ना, दिलीप कुमार सिंह, पंकज पासवान, प्रभाकर झा, सूरज कुमार, मो जुनैद इकबाल, पप्पू कुमार रंजन, चंदन कुमार, वेंकटेश रमण, रणधीर यादव, चुन्नु सिंह, बिहार प्रदेश कांग्रेस पार्टी के पूर्व सचिव सिद्धार्थ क्षत्रिय  अभिनव कुमार सिंह शामिल हैं.

इसके पहले खून लिख चुके लेटर

इससे पहले 27 जून को बिहार के कुछ कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से राहुल गांधी को खून से खत लिख त्याग पत्र वापस लेने की अपील की थी.