इस देश में बेकाबू हुआ कोरोना वायरस, भागते नजर आए लोग

इसके तहत लॉस एंजिल्‍स और सैन डियागो में कड़े नियम लागू कर दिए गए हैं। करीब राज्‍य के 33 मिलियन लोग या 84 प्रतिशत लोगों को आदेश मानना पड़ेगा। लॉस एंजिल्‍स टाइम्‍स के मुताबिक बार, हेयर सैलून, लॉइव ऑडियंस स्‍पोर्ट्स और दूसरी गतिविधियों को बैन कर दिया गया है।

 

स्‍टे-एट-होम आदेश तीन हफ्तों के लिए लागू रहेगा। इस बीच कोरोना वायरस महामारी पर नियंत्रण करने के लिए राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के प्रशासन की तरफ से लॉन्‍च किए गए प्रोग्राम ऑपरेशन वार्प स्‍पीड प्रोग्राम के चीफ एडवाइजर मोनसेफ स्‍लाओइ की मुलाकात निर्वाचित राष्‍ट्रपति जो बाइडेन से होने वाली है।

बताया जा रहा है कि दोनों के बीच कोविड-19 की वैक्‍सीन को लेकर चर्चा हो सकती है। माना जा रहा है कि वैक्‍सींस का पहली खेप इस माह आ सकती है।

बाइडेन ने कहा है कि अमेरिकी नागरिकों पर कोरोना वायरस की वैक्‍सीन लगवाने के लिए कोई दबाव नहीं डाला जाएगा और न ही उन्‍हें जबरन वैक्‍सीन लेने के लिए मजबूर किया जाएगा।

लगातार पांचवें दिन देश में मृतकों की संख्‍या दो हजार से ज्‍यादा दर्ज हुई। गुरुवार को जहां महामारी की वजह से 2,867 लोगों की मौत हुई तो शनिवार को यह आंकड़ा 2,301 रहा।

जैसे-जैसे केसेज की संख्‍या बढ़ रही है वैसे ही वैसे नए प्रतिबंध भी लागू किए जा रहे हैं। दक्षिणी कैलिफोर्निया में स्‍टे-एट-होम आदेश जारी कर दिया गया है।

अमेरिका में कोविड-19 पर किसी भी तरह से नियंत्रण नहीं लग पा रहा है। शनिवार को देश में लगातार चौथे दिन कोरोना वायरस के दो लाख से ज्‍यादा मामले सामने आए हैं।

जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी और ब्‍लूमबर्ग की तरफ से बताया गया है कि देश में 213,877 नए केस दर्ज किए गए हैं। पूर्व के हफ्ते से देश में कोविड-19 के केसेज में 16 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।