इस देश में फैली कोरोना से भी घातक बीमारी , शुरू हुई पहली लहर

चीन से पनपे कोरोना वायरस से पहले ही दुनिया के तमाम देश परेशान हैं, वहीं इसी बीच दूसरी महामारी फैलने की खबरे आ रही है। बता दें कि साल 2016 के बाद जापान में बर्ड फ्लू बुरी तरह फैला।

 

 

इसके बाद का दौर जापान के लिए सबसे खराब रहा। वहीं पिछले महीने शिकोकू द्वीप के कागावा प्रांत में बर्ड फ्लू बेहद भयानक तरीके से फैलने लगा। कागावा प्रांत जापान के क्यूशू द्वीप से सटा हुआ है।

गौरतलब है कि इसके पहले साल 2016-17 के बीच बर्ड फ्लू के चलते जापान में तकरीबन 16 लाख मुर्गियों को मार दिया गया था। उस साल जापान ने संक्रमण का सबसे बड़ा प्रकोप झेला था। मारी गयी सभी मुर्गियां बर्ड फ्लू के एच5एन6 स्ट्रेन के संपर्क में आ गयीं थीं।

इस संक्रमण के बारे में कृषि मंत्रालय ने अपनी सरकारी वेबसाइट के जरिये जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि दक्षिण-पश्चिम जापान में होन्शू द्वीप पर मियाजाकी नाम का प्रांत हैं.

वहीं अब इस साल संक्रमण को रोकने के लिए जापान सरकार की 18 लाख से ज्यादा मुर्गियों को मारने की तैयारी है। इसके पहले 2018 में भी बर्ड फ्लू महामारी सामने आई थी। उस समय 91,000 मुर्गियों को मारा गया था।

यहां ह्युगा शहर के एक पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू की खोज हुई है, जिसका नाम है ‘एवियन इन्फ्लूएंजा’। हालंकि कहा जा रहा है कि मुर्गियों या अंडे खाने से मनुष्य में इस बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की आशंका नहीं है।

जापान के कृषि मंत्रालय की ओर से जारी बयान में देश में फ़ैल रहे बर्ड फ्लू को घातक बताते हुए कहा गया है कि इस संक्रमण की लहर पोल्टी फार्मों में फैलना शुरू हो गयी है।

चीन से पनपे कोरोना वायरस से पहले ही दुनिया के तमाम देश परेशान हैं, वहीं इसी बीच दूसरी महामारी फैलने की खबरे आ रही है। दरअसल जापान में तेजी से बर्ड फ्लू फ़ैल रहा है।

जापान के इस बर्ड फ्लू पिछले चार सालों की सबसे भयानक महामारी बताया जा रहा है। देश के पोल्ट्री फार्मों में इस संक्रमण की लहर शुरू हो चुकी है। कोरोना के बाद अब बर्ड फ्लू बेहद घातक बीमारी साबित हो सकती है।