इस देश को परेशान कर रहा चीन, करना चाहता है कब्ज़ा

सूत्रों ने बताया कि वह पूर्व प्रधानमंत्री एवं एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड, वरिष्ठ नेता माधव कुमार नेपाल, जिन्होंने पार्टी के प्रचंड नीत गुट में ओली की जगह ली है, और जनता समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बाबूराम भट्टाराई से मिलेंगे।

 

हालांकि, यहां स्थित चीनी दूतावास और विदेश मंत्रालय गुओ की यात्रा के बारे में चुप्पी साधे हुए है। माय रिपब्लिका समाचार पत्र की खबर में कहा गया है, ”गुओ की यात्रा का उद्देश्य प्रतिनिधि सभा भंग किए जाने और पार्टी में पहले से गहराई अंदरूनी कलह के बीच नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी में विभाजन होने के बाद उभरी देश की राजनीतिक स्थिति का जायजा लेना है।

” सूत्रों के मुताबिक चीन, नेपाल की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी में विभाजन होने से खुश नहीं है। काठमांडू पोस्ट की खबर के मुताबिक एनसीपी के सभी नेताओं को व्यक्तिगत तौर पर जानने वाले गुओ नेपाल में चार दिनों तक ठहरने के दौरान सत्तारूढ दल के दोनों गुटों के बीच मतभेद दूर करने की कोशिश करेंगे। इनमें एक गुट का नेतृत्व ओली कर रहे हैं जबकि दूसरे गुट का नेतृत्व प्रचंड कर रहे हैं।

खबर में कहा गया है कि इससे पहले गुओ ने फरवरी 2018 में काठमांडू की यात्रा की थी, जब ओली नीत सीपीएन-यूएमएल और प्रचंड नीत एनसीपी (माओइस्ट सेंटर) का विलय होने वाला था और 2017 के आम चुनाव में उनके गठबंधन को मिली जीत के बाद एक एकीकृत कम्युनिस्ट पार्टी का गठन होने वाला था।

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के उपमंत्री के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय चीनी प्रतिनिधिमंडल ने सत्तारूढ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच मतभेद दूर करने की कोशिशों के तहत पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिलने से पहले रविवार को यहां राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी से मुलाकात की।

नेपाल में आश्चर्यजनक तरीके से प्रतिनिधि सभा (नेपाली संसद का निचला सदन) भंग किए जाने और इस कारण राजनीतिक संकट पैदा होने के एक हफ्ते बाद चीनी प्रतिनिधिमंडल नेपाल की राजनीतिक स्थिति का जायजा लेने के लिए रविवार सुबह काठमांडू पहुंचा।

प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के अंतरराष्ट्रीय विभाग के उप मंत्री गुओ येझु ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति भंडारी से मुलाकात की।

समझा जाता है कि गुओ एनसीपी को टूटने से बचाने की कोशिश करने के लिए यहां आए हैं। राष्ट्रपति कार्यालय के एक अधिाकरी ने बताया कि उन्होंने दोनों देशों के सदियों पुराने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की।

सूत्रों के मुताबिक एनसीपी के सभी वरिष्ठ नेताओं को व्यक्तिगत रूप से जानने वाले गुओ का सोमवार को प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली से मिलने का कार्यक्रम है।