इस देश के राष्ट्रपति को लगी चीन की बनाई कोरोना वैक्सीन, फिर जाने क्या हुआ उनके साथ

इस टीके ने 65.3 प्रतिशत प्रभावकारिता दिखाई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मंगलवार दोपहर तक इंडोनेशिया में कोविड संक्रमण के 8,46,765 मामले और 24 हजार से ज्यादा मौतें दर्ज हो चुकी थीं।

 

इंडोनेशिया की फूड एंड ड्रग कंट्रोल एजेंसी (बीपीओएम) ने सोमवार को सिनोवैक बायोटेक के कोविड-19 वैक्सीन के उपयोग की मंजूरी दे दी थी। एजेंसी ने देश में वैक्सीन के आखिरी चरण के ट्रायल के अंतरिम नतीजों के बाद इस टीके के आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी।

 इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो को चीन की बायोफार्मास्युटिकल कंपनी साइनोवैक बायोटेक द्वारा विकसित की गई कोविड-19 वैक्सीन की डोज दी गई है।

एक समाचार एजेंसी ने बताया कि देश में सबसे पहली वैक्सीन राष्ट्रपति (जो कि जोकोवी के नाम से जाने जाते हैं) ने ली हैं। इसके पीछे उनका मकसद यह दिखाना था कि वैक्सीन सुरक्षित है। राष्ट्रपति के बाद इंडोनेशिया के सैन्य प्रमुख, राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख और स्वास्थ्य मंत्री सहित अन्य प्रमुख लोगों को भी टीका लगाया गया।