इस खिलाड़ी ने निभाया 10 साल पहले पिता से किया वादा

रात-रात भर जागकर पहरा देने वाले एक चौकीदार की इनकम का अंदाजा आप लगा सकते हैं. 10 साल पहले ऐसे ही चौकीदारी करने वाले एक अमेरिकी पिता से उसके बेटे ने कहा था एक दिन वो उनकी किस्मत पलटने वाला है. 10 साल बाद उसने ऐसा कर दिखाया. और, बड़ी बात ये है कि ऐसा उसने अपने 21वेें बर्थडे पर किया है. चौकीदार के उस बेटे ने ऑस्ट्रेलियन ओपन में अपने करियर की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. अपना पहला ऑस्ट्रेलियन ओपन खेलते हुए वो इस ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट को जीतने की ओर कदम बढ़ा चुका है. बेशक, ऑस्ट्रेलियन ओपन का ‘सरदार’ बनने से चौकीदार का बेटा अभी भी कुछ कदम दूर हो लेकिन शोहरत और दौलत से वो अब दूर नहीं रहा. 10 साल पहले यानी महज 11 की उम्र में अपने पिता अपने परिवार की किस्मत बदलने का ख्वाब देखने वाले इस खिलाड़ी बेटे का नाम है फ्रांसिस टायफो.

अमेरिका के उभरते टेनिस स्टार फ्रांसिस टायफो ने अपने पिता से किए वादे का खुलासा तब किया जब उन्होंने प्री-क्वार्टर मुकाबला जीतकर पहली बार ग्रैंडस्लैम के क्वार्टरफाइनल में कदम रखा. फ्रांसिस टायफो ने कहा, ” 10 साल पहले मैंने अपने पिता से वादा किया था एक दिन मैं हालात बदलूंगा. मैं खुद के साथ साथ अपने परिवार की किस्मत भी बदलूंगा. आज जब सिर्फ 21 साल की उम्र में मैंने ऐसा कर दिखाया तो मुझे खुद यकीन नहीं हो रहा.”

फ्रांसिस टायफो ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के प्री-क्वार्टर में दुनिया के 20वें नंबर के खिलाड़ी बुल्गारिया के डिमित्रोव को कड़े मुकाबले में मात दी. 7-5 7-6 (8-6) 6-7 (1-7) 7-5 से मिली इस बड़ी जीत ने उन्हें क्वार्टर फाइनल में तो पहुंचा दिया लेकिन आगे की राह आसान नहीं है. क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड नंबर 39 फांसिस टायफो का मुकाबला राफेल नडाल से है, जो ऑस्ट्रेलियन ओपन में अपना 11वां क्वार्टर फाइनल खेलेंगे.

हालांकि, टायफो नडाल से मुकाबले के लिए पूरी तरह तैयार हैं. साफ है फ्रांसिस टायफो को ऑस्ट्रेलियन ओपन में आगे बढ़ना है और खिताब को चूमना है तो जीतना नहीं बल्कि बड़ा उलटफेर करना होगा.