इमरान खान का आतंकवाद पर किया गया कबूलनामा जानिये कैसे भारत के हक में

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का आतंकवाद पर किया गया कबूलनामा भारत के हक में जा सकता है. इमरान ने मंगलवार को कहा था कि अफगानिस्तान और कश्मीर में प्रशिक्षित किए गए 30,000 से 40,000 आतंकी पाकिस्तान में अभी भी सक्रिय हैं.

दुनिया भर में आतंक की फंडिंग के खिलाफ काम करने वाली संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के सामने पाकिस्तान इमरान खान के बयान से मुश्किल में फंस सकता है. ‘द हिंदू’ की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत FATF की अक्टूबर में होने वाली बैठक से पहले अपनी रिपोर्ट में इमरान खान की टिप्पणी का उल्लेख करने पर विचार कर रहा है.

मंगलवार को वॉशिंगटन में एक थिंक टैंक से बातचीत में इमरान खान ने कहा था कि दिसंबर 2015 में पेशावर स्कूल हमले के बाद आतंकवाद के खिलाफ ‘नेशनल एक्शन प्लान’ लाया गया था लेकिन पिछले साल उनकी सरकार के आने के बाद ही इस पर अमल शुरू हो सका.

30,000-40,000 आतंकी हैं सक्रिय

‘यूनाइटेड स्टेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ पीस’ से बातचीत में इमरान ने कहा, पूर्ववर्ती सरकारें ‘नेशनल एक्शन प्लान’ पर कोई काम नहीं कर सकीं, क्योंकि अगर आप आतंकी समूहों की बात करते हैं तो वर्तमान में 30,000-40,000 लोग हैं जिनके पास हथियार हैं और इन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है. यह पाकिस्तान की तरफ से पहला ऐसा स्पष्ट कबूलनामा है कि उनकी जमीन से हजारों सक्रिय आतंकी और प्रशिक्षण कैंप ऑपरेट किए जा रहे हैं. इमरान ने एक अन्य इवेंट में यह भी कहा कि 2001 में 9/11 के हमले के बाद करीब 40 आतंकी संगठन सक्रिय हैं.

नई दिल्ली में सरकारी सूत्रों ने कहा कि वे खुश हैं कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अपनी जमीन पर आतंकी संगठनों के सक्रिय होने की बात स्वीकार की. एक अधिकारी ने ‘द हिंदू’ से कहा, हालांकि, पाकिस्तानी नेतृत्व के लिए यह भी जरूरी है कि वह अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र में विश्वसनीय कार्रवाई करते हुए आतंकी ठिकानों को नष्ट करे.

सेना के उलट इमरान का बयान

बता दें कि खान की टिप्पणी आतंकी संगठनों के अस्तित्व पर पाकिस्तानी सेना के पक्ष से बिल्कुल उलट है. अप्रैल में जब FATF ने धार्मिक कट्टपंथी संस्थाओं पर कार्रवाई की थी तो पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने कहा था कि देश में कोई भी आतंकी संगठन मौजूद नहीं है.

खान ने वॉशिंगटन में कहा, पहली बार पाकिस्तान सरकार ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है, हमने उनकी संस्थाओं को कब्जे में ले लिया और अब वहां हमारा प्रशासन है. इमरान ने अपनी पूर्ववर्ती सरकारों पर यूएस से सच्चाई छिपाने का भी आरोप लगाया.

FATF कर सकता है ब्लैकलिस्ट

सरकारी सूत्रों ने बताया कि इमरान खान ने आतंकियों का जो आंकड़ा दिया है, वह पाकिस्तान के FATF के सामने दस्तावेजों में बताई गई संख्या से बहुत ज्यादा है. पाकिस्तान अगर आतंक पर अपने एक्शन प्लान के तहत आतंकवाद को खत्म करने की शर्तें पूरी नहीं कर पाता है तो अक्टूबर में FATF से ब्लैकलिस्ट हो सकता है. पाकिस्तान के ‘एंटी-टेररिजम ऐक्ट’ के शेड्यूल-4 में प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की विस्तृत जानकारी दी गई है जिसमें सरकार ने केवल 8000 सक्रिय आतंकियों को सूचीबद्ध किया है.

सूत्र ने बताया, इमरान खान के बयान से यह सवाल पैदा हो गया है कि पाकिस्तान जिस FATF ऐक्शन प्लान पर जोर-शोर से अमल की बात कर रहा है, वह असल में कितना प्रभावी है? इसके साथ ही भारत को संस्था के सामने इस मुद्दे को उठाने का मौका मिल गया है.

यह पहली बार नहीं है कि इमरान खान ने आतंकवाद पर खुलासा कर विवाद खड़ा कर दिया हो. इसी साल अप्रैल महीने में, पाकिस्तान की संसद में उनकी खूब आलोचना हुई थी क्योंकि उन्होंने तेहरान में ईरानी राष्ट्रपति के साथ मुलाकात में कहा था कि पाकिस्तान की सरजमीं पर ईरान विरोधी आतंकी संगठन सक्रिय थे.