इन साइटों का प्रयोग करने वाले लोगों को ”हानिकारक सामग्री” से बचाने की जरुरत

प्रौद्योगिकी एरिया की महान कंपनियों फेसबुक व गूगल पर सोमवार को जब राष्ट्रों ने कठोर नियमों का प्रस्ताव दिया ताकि इन इंटरनेट कंपनियों को आतंकी प्रोपैगैंडा व चाइल्ड पोर्न जैसी सामग्री ब्लॉक करने के लिए विवश किया जा सके। ब्रिटेन ने सोशल मीडिया के लिए अपनी तरह की पहली निगरानी संस्था बनाने का आह्वान किया जो अधिकारियों पर जुर्माना लगा सके व यहां तक कि कंपनियों पर प्रतिबंध लगा सके। यूरोपीय संघ संसदीय समिति ने एक विधेयक को मंजूरी दे दी जिससे इंटरनेट कंपनियों को या जुर्माने का सामना करने का प्रावधान है। इन पर अरबों डॉलर/पाउंड तक का जुर्माना लग सकता है।

ब्रिटेन के गृह सचिव साजिद जावेद ने कहा, ”हम इन कंपनियों को हमेशा के लिए अपने कार्य को अच्छा करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। ” प्लेटफॉर्म्स द्वारा ”वीभत्स हिंसक सामग्री” तुरंत नहीं हटाए जाने को क्राइम बना दिया। ब्रिटिश योजना से फेसबुक व टि्वटर जैसी सोशल मीडिया कंपनियों को इन साइटों का प्रयोग करने वाले लोगों को ”हानिकारक सामग्री” से बचाने की जरुरत होगी।

दूसरी ओर, कनाडा गवर्नमेंट ने सोमवार को फेसबुक के कट्टर दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं पर प्रतिबंध लगाने के निर्णय की प्रशंसा की। ने नफरत फैलाने वाले समूहों की जांच के लिए नए कदम उठाए हैं। बताते चलें कि फेसबुक ने सोमवार को फेथ गोल्डी, केविन गोउड्रयू समेत प्रमुख नागरिकों व कई अन्य समूहों को प्रतिबंधित कर दिया। इन सभी को श्वेत नस्लवादी बताया गया है।