आया चमकी बुखार के कहर का नया रूप, ये है लक्षण और बचाव

बिहार के मुजफ्फपुर में चमकी बुखार ने कहर बरपा रखा है। इस बुखार से अब तक करीब 150 बच्चों की मौत हो चुकी है। अब खबर है कि उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी चमकी कहर बरपा सकता है। यही वजह है कि राज्य सरकार ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है।

खास तौर पर स्वस्थ्य विभाग ने ऊधमसिंह नगर जिले में चमकी बुखार को लेकर अलर्ट जारी किया है। जिन मैदानी इलाकों में लीची की पैदावार होती है, उन इलाकों के लोगों को भी सावधन रहने के लिए कहा गया है।

राहत की बात ये है कि राज्य में अब तक किसी बच्चे में चमकी बुखार के लक्ष्ण नहीं मिले हैं। चमकी एक दिमागी बुखार है। इस बुखार में ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है। बुखार के लक्ष्ण दिखते ही अगर पर 4 घंटे के भीतर बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंच जाते हैं तो कोई खतरा नहीं होगा। चमकी बुखार की चपेट में 1 साल से लेकर करीब 10 साल तक के बच्चे आते हैं।

ये हैं चमकी बुखार के लक्षण:

  • अचानक तेज बुखार आना
  • शरीर का कांपना
  • हाथ और पैर में ऐंठन होना, बेहोश होना
  • शुगर कम होना, शरीर पर चकत्ते निकलना

चमकी बुखार से बचाव के उपाय :

  • बच्चे को धूप से दूर रखें
  • बच्चे को खाली पेट लीची न खिलाएं
  • बच्चे को सड़े-गले फल न खिलाएं
  • बच्चे को ज्यादा से ज्यादा पानी दें
  • घर के आसपास पानी जमा न होने दें
  • रात में सोते वक्त मच्छरदानी का इस्तेमाल करें
  • रात को भोजन के बाद बच्चे को मीठा खिलाएं