आम आदमी पार्टी ने हरियाणा के चुनावी दंगल में उतारा इन प्रत्याशीयो को , जानिए ये है वजह

हरियाणा के चुनावी दंगल में आम आदमी पार्टी ने अपने हिस्से की तीन सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं. आप के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद दिल्ली से सटे फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र से ताल ठोकने जा रहे हैं. अंबाला सुरक्षित सीट पर हिमाचल प्रदेश के पूर्व डीजीपी पृथ्वीराज  करनाल सीट पर वकील कृष्ण कुमार अग्रवाल को आप ने उम्मीदवार बनाया है.

रविवार को नयी दिल्ली में जजपा-आप गठबंधन के नेताओं सांसद दुष्यंत चौटाला  दिल्ली सरकार में मंत्री एवं आप के हरियाणा प्रभारी गोपाल राय ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की. आप ने अंबाला सुरक्षित सीट के अतिरिक्त ब्राहण और वैश्य उम्मीदवारों पर दांव खेला है. फरीदाबाद में आप प्रत्याशी नवीन जय हिंद की राह सरल नहीं होगी, चूंकि यहां पर केंद्रीय प्रदेश मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर  कांग्रेस पार्टी विधायक ललित नागर मैदान में हैं.

दिल्ली में आप सरकार होने का लाभ जयहिंद यहां उठाना चाहेंगे. करनाल में अग्रवाल के लिए चुनौती बेहद कड़ी है. यह मुख्यमंत्री का संसदीय क्षेत्र है. बीजेपी से संजय भाटिया प्रत्याशी हैं. अंबाला आरक्षित सीट पर आम आदमी पार्टी के लिए दमदार प्रदर्शन की राह मुश्किल है, चूंकि यहां से बीजेपी सांसद रतनलाल कटारिया  कांग्रेस पार्टी की राज्यसभा सांसद कुमारी सैलजा मैदान में हैं.

नवीन जयहिंद

जन्म जगह : भैंसरू कलां, रोहतक. 1 जून 1981 को जन्म. एजुकेशन : पीएचडी, पत्रकारिता में एमएमसी, बीपीईएड, एमपीईएड, योग में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा. सामान्य परिवार से ताल्लुक. बचपन से ही शहीदे-आजम भगत सिंह, अशफाक उल्ला खान, चंद्रशेखर आजाद  नेताजी सुभाष चंद्र बोस से अत्यधिक प्रभावित रहे. इनके विचारों से प्रभावित होकर अपने नाम के पीछे जयहिंद लगाया. कक्षा दसवीं में पढ़ाई के समय पहला आंदोलन. साल 2006-2007  में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सहपाठी ने जयहिंद मोर्चे का गठन करवाया. ब्लड डोनेशन कैंप लगाकर लगभग 6000 यूनिट से ज्यादा ब्लड इकठ्ठा करवा रेड क्रॉस के माध्यम से विभिन्न मेडिकल कॉलेजों को दिलवा चुके हैं.
हरियाणा के विश्वविद्यालयों में रक्तदान लेटर के साथ एडमिशन में ज्यादा वेटेज के लिए पॉलिसी बनवाने में मुख्य भूमिका. महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में जयहिंद मोर्चा आज भी कार्य कर रहा है. आरटीआई के क्षेत्र  स्वराज अभियान में 2007 से अरविंद केजरीवाल के साथ कार्य किया. 5 अप्रैल  2011 को समाजसेवी अन्ना हजारे के सानिध्य में हुए जन लोकपाल आंदोलन में पूर्ण रूप से समर्पित रहे. अन्ना हजारे  अरविंद केजरीवाल के साथ तिहाड़ कारागार में भी बंद रहे. 26 नवंबर 2012 को आम आदमी पार्टी की स्थापना में अहम भूमिका. राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मेम्बर बने. वर्तमान में आम आदमी पार्टी हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष. पत्नी स्वाति मालीवाल दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष हैं.
जन्म जगह : अशोक विहार, जगाधरी, यमुनानगर. 11 जुलाई 1957 को जन्म. एनआईटी कुरुक्षेत्र से बीटेक सिविल. 1987 बैच के हिमाचल कैडर के आईपीएस रहे. जनवरी 2017 से जुलाई 2017 तक डीजीपी पद पर सेवाएं दीं. गरीब परिवार में जन्मे. ज़िंदगी आरंभ से ही संघर्षशील रहा है. कॉलेज के दिनों से ही दलित उत्थान की मुहिम से जुड़े  काशीराम के साथ दलित उत्थान के लिए दिन-रात कार्य किया. गरीब बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा उठाया. उनकी एजुकेशन के  लिए कोचिंग सेंटर और एकेडमी खोली. जम्मू और कश्मीर में बतौर डीआईजी (सीआई) के रूप आतंकियों से लोहा लिया.  भारतीय सामाजिक न्याय संगठन खड़ा कर गरीबों की आवाज उठाते रहे. धर्मपत्नी रजिता राज उच्चतम न्यायालय में वकीलऔर बार एसोसिएशन की मेम्बर हैं. गोल्फ में ऑल इंडिया पुलिस चैंपियन रहे और नेशनल पुलिस एकेडमी के हॉकी कैप्टन रह चुके. युवाओं में ड्रग्स को लेकर जागरूकता फैलाई.
जन्म जगह :  ग्राम मोर माजरा, विधासभा क्षेत्र असंध, जिला करनाल. राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन, अग्रवाल सभा. पानीपत के वार्ड नं 26, 66/4, बिशन स्वरूप कॉलोनी निवासी. पेशा : वकालत. हरियाणा में व्यापारी वर्ग की आवाज विभिन्न मंचों से उठाते रहे हैं. गरीबों के लिए कपड़े-खाने की व्यवस्था करवाते हैं. अग्रवाल सभा की मदद से सारे प्रदेश में गरीबों की सेवा कर रहे हैं.
हरियाणा में आम आदमी पार्टी ने दुष्यंत चौटाला की जजपा के साथ गठबंधन किया है. गठबंधन के मुताबिक, जजपा सात सीटों पर अपने उम्मीदवार उतरेगी. वहीं आम आदमी पार्टी तीन सीटों पर अपनी भाग्य अजमाएगी. इन्हीं तीन सीटों के लिए रविवार को उम्मीदवारों की घोषणा की गई है.

जजपा के निर्माणकर्ता और सांसद दुष्यंत चौटाला  आप के हरियाणा प्रभारी गोपाल राय ने कांस्टीट्यूशन क्लब में गठबंधन का एलान किया था. जींद उपचुनाव में भी आप ने जजपा का साथ दिया था. कांग्रेस पार्टी ने रणदीप सुरजेवाला को उतारा था, लेकिन आप-जजपा गठबंधन ने ही चुनाव में बीजेपी को मुक़ाबला दी थी.