पत्र में यह भी जिक्र है, ‘विभिन्न दौर की वार्ताओं में बार-बार यह अनुरोध किया गया कि वर्तमान ठंड एवं कोविड को देखते हुए 60 वर्ष से अधिक आयु के आंदोलनरत किसान, महिलाओं व बच्चों को वापस जाने हेतु यथाआवश्यक कार्रवाई करने का प्रयास सभी किसान संगठनों को करना चाहिए।’
दरअसल, कृषि और परिवार कल्याण मंत्रालय ने आंदोलन कर रहे किसानों को पत्र लिखकर एक बार फिर से मिलने के लिए बुलाया। पत्र में किसानों के नेताओं से सरकार ने इस मुलाकात के लिए तारीख को लेकर भी सुझाव मांगे । साथ ही इसमें यह भी कहा गया है कि किसानों की ओर दिए गए प्रस्तावों पर चर्चा के लिए सरकार तैयार है।
कृषि कानूनों की वापसी की मांग कर रहे किसानों का आंदोलन 26वें दिन सोमवार को भी जारी है। इस क्रम में सरकार की ओर से एक बार फिर किसानों को मिलने का बुलावा भेजा गया है।
इस मुलाकात के लिए तारीख का निर्णय भी सरकार ने किसानों पर ही छोड़ दिया है। दूसरी ओर दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर ‘सिंघु बॉर्डर’ पर डटे किसानों ने कहा कि वे आज से भूख हड़ताल शुरू करेंगे। पंजाब BKU के सेक्रेटरी बलवंत सिंह ने कहा, ‘हर दिन 11 किसान 24 घंटे के लिए भूख हड़ताल करेंगे।’