तमिलनाडु की सियासी पार्टी एमडीएमके के प्रमुख वाइको ने एक विवादित बयान दिया जिसमें उन्होंने नरेंद्र नरेन्द्र मोदी सरकार के जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के निर्णय की निंदा की व बोला कि हिंदुस्तान के 100वें स्वतंत्रता दिवस पर भी कश्मीर हिंदुस्तान का भाग नहीं होगा.
इससे पहले राज्यसभा में अनुच्छेद 370 पर चर्चा के दौरान वाइको ने बोला था कि यह दुख का दिन है. उन्होंने बोला था कि आज का दिन दुःख का दिन है क्योंकि हमने अपना वादा नहीं निभाया है. जब पाकिस्तानी सैनिकों ने कश्मीर के इलाके में प्रवेश किया, तो महाराजा हरि सिंह ने जवाहरलाल नेहरू को एक दूत भेजा. जिसके बाद समझौते पर हस्ताक्षर किया गया था.
वाइको ने बोला था कि जब कश्मीरी नेता शेख अब्दुल्ला ने हिंदुस्तान के साथ जाने का निर्णय किया, तो उन्होंने एक शर्त रखी कि जम्मू और कश्मीर प्रदेश की व्यक्तित्व व मौलिकता से समझौता नहीं किया जाएगा