आखिरकार चीन ने किया इस देश पर हमला, दागी मिसाइल

भारत को पहले से इस बात की चिंता सताती रही है कि चीन ऐसे कदम उठाकर धीरे-धीरे विस्तारवाद को अंजाम दे रहा है और अपनी सीमा को बढ़ा रहा है. वहीं, भूटान की क्षेत्रीय अखंडता को लेकर भी भारत की चिंता बरकरार है. मई से चीन की PLA (पीपल्स लिबरेशन आर्मी) सीमा पर तैनात है और कई बार भारत से आमना-सामना हो चुका है.

 

रिपोर्ट में एक और एक और मैप के जरिए बताया गया है कि भूटान के अंदर बसाए गए इस गांव से सिक्किम पश्चिम में है और चीन इसकी उत्तर दिशा में है. हालांकि रिपोर्ट में भी इन तथ्यों का दावा ही किया गया है, फिलहाल नकी पुष्टि नहीं की जा सकती है. अब ये भूटान को स्पष्ट करना है कि उसने चीन को इस इलाके में गांव बसाने की इजाजत दी है या नहीं और इस बारे में भूटान से सवाल किया गया है.

चीनी मीडिया ने ही खोली पोलबता दें कि विकास के दावों के चक्कर में शेन ने पांगडा गांव का मैप भी शेयर कर डाला जो भूटान की सीमा के 2 किमी अंदर था. हालांकि बाद में शेन ने यह ट्वीट डिलीट कर दिया.

वहीं, ओपन इंटेलिजेंस सोर्स detresfa ने भी एक इमेज शेयर की है और ताजा गांव बसाने का दावा किया है. रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने ये गांव एक साल पहले ही बसाया है.

रिपोर्ट में शेन के शेयर किए गए मैप और वास्तविक स्थिति की तुलना की गई है. इसमें डोकलाम विवाद की जगह और ‘चीन के बसाए गांव’ भी दिखाए गए हैं.

एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के CGTN न्यूज के सीनियर प्रड्यूसर शेन शिवई तस्वीरें ट्वीट कर यह बताना चाहते थे कि डोकलाम के पास चीन ने कितना विकास कर दिया है. हालांकि, यह कदम उन्हें महंगा पड़ गया क्योंकि जिस जगह का वह जिक्र कर रहे थे.

वह भूटान की सीमा के अंदर आती है. यहां जगह नक़्शे के मुताबिक झड़प वाली जगह से सिर्फ 9 किलोमीटर दूर है. शेन ने गुरुवार को एक गांव की तस्वीरें शेयर की थीं. उन्होंने अपने ट्वीट में बताया था कि यह डोकलाम का इलाका है जबकि जांच-पड़ताल में सामने आया है कि ये भूटान का इलाका है जिसे चीन अपना बता रहा है.

चीन भले ही भारत के साथ दोस्ती और शांति का कितना भी दिखावा कर ले लेकिन उसकी विस्तारवाद की नीतियों की पोल दुनिया के सामने खुल ही जाती है. इस बार चीन ने उस डोकलाम के पास भूटान के इलाके में एक पूरा गांव ही बसा दिया है.

जहां भारत और उसकी सेनाओं के बीच साल 2017 में झड़प हुई थी. डोकलाम में विकास का दावा करने के इरादे से एक चीनी पत्रकार ने गलती से इन गांव की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर दीं हैं.